कोरम पूरा न होने के चलते नगर परिषद परवाणू की बैठक स्थगित, दो महीने से लंबित है अविश्वास प्रस्ताव का मामला, शहर के विकास कार्य हो रहे प्रभावित

औद्योगिक नगरी परवाणू में कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई का खामियाजा शहर के लोगो को भुगतना पड़ रहा है। यहाँ पिछले दो महीने से नगर परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के विरुद्ध 6 पार्षदों द्वारा पेश अविश्वास प्रस्ताव का मामला लंबित है। ऐसे में हाउस की बैठक न होने से परवाणू नगर के कई महत्त्वपूर्ण विकास कार्य रुके पड़े है। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी द्वारा शुक्रवार को बुलाई गयी हाउस की बैठक कोरम पूरा न होने के चलते स्थगित करनी पड़ी। इस बैठक में परवाणू के विकास कार्यो से सम्बंधित एजेंडे पर चर्चा होनी थी। बैठक में नगर परिषद अध्यक्ष निशा शर्मा व उपाध्यक्ष सोनिया शर्मा ही उपस्थित रहे, जबकि शेष निर्वाचित 7 पार्षद बैठक से नदारद रहे। इस से सपष्ट हो गया की नप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष शेष पार्षदों का विश्वास खो चुकी है, हालाकि नप में हाल ही मनोनीत किए गए पार्षद रविन्द्र गर्ग, कांता कपूर, संजय यादव व सुखविंदर सिंह मंगा बैठक में मौजूद रहे, लेकिन निर्वाचित पार्षदों की अनुपस्थिति से कोरम पूरा न हो सका।
गौरतलब है की गत 12 जनवरी को नगर परिषद परवाणू के पार्षद ठाकुर दास शर्मा, लखविंदर सिंह, किरण चौहान, चन्द्रावती देवी, रणजीत ठाकुर व मोनिशा शर्मा ने नगर परिषद परवाणू की अध्यक्ष निशा शर्मा व सोनिया शर्मा की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट होकर डीसी सोलन को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा था, इनमे चार कांग्रेस व दो भाजपा समर्थित पार्षद शामिल है। पिछले दो महीनो से यह अविश्वास प्रस्ताव लंबित है। इसका सीधा खामियाजा परवाणू के विकास कार्य को तरस रहे लोगो को भुगतना पड़ रहा है। अविश्वास प्रस्ताव के बाद शुक्रवार को बुलाई गयी हाउस की बैठक भी कोरम पूरा न होने के चलते स्थगित करनी पड़ी है। इस बैठक में परवाणू के विकास से जुड़े एजेंडे पर चर्चा होनी थी। ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव पर कार्रवाई न होने से सीधे सीधे परवाणू नगर के विकास कार्य प्रभावित हो रहे है। लोगो का कहना है की स्थानीय पार्षद जल्द आपस में बैठक कर इस बारे कोई हल निकाले, या फिर जिला प्रशासन जल्द से जल्द अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया पूरी करे, ताकि शहर में विकास कार्य शुरू हो सके।
उधर, इस बारे परवाणू कांग्रेस अध्यक्ष रविन्द्र गर्ग का कहना है की नाराज चल रहे पार्षदों से दो बार बैठक की गयी है। उन्हें शहर के विकास के लिए साथ आने का आग्रह किया गया है। 25 मार्च को फिर एक बार इस बारे बैठक बुलाई गयी है। इसका जल्द हल निकल लिया जाएगा।
उधर, अविश्वास प्रस्ताव को लीड कर रहे पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष ठाकुर दास शर्मा का कहना है की विकास कार्य में हर पार्षद सहयोग कर रहा है। पिछले दिनों असंतुष्ट चल रहे पार्षदों ने ही नप कार्यालय जाकर टेंडर ओपन किए थे, ताकि शहर में विकास कार्य शुरू हो सके। परवाणू कांग्रेस अध्यक्ष के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा की इतने बड़े पद पर रहते हुए उन्हें झूठ नहीं बोलना चाहिए। अविश्वास प्रस्ताव के सम्बन्ध में उन्होंने आज तक कोई बैठक नहीं बुलाई है, बल्कि पार्षद बार बार उन्हें बैठक करवाने के लिए बोल चुके है।