रिक्शे वाले के जूनूनी बेटे ने फिर साबित की अपनी काबिलियत, अब बिहार U-19 क्रिकेट टीम में हुआ चयन

Indiatimes

कई बार हमारे सामने ऐसी कहानियां आती हैं, जो हमको प्रभावित कर जाती हैं. इंडिया टाइम्स हिन्दी लगातार आपके लिए ऐसी कहानियां लाता रहा है. इसी क्रम में 2021 में हम आपके लिए एक जुझारू लड़के की कहानी सामने लाए थे, जिसने हालात और गरीबी दोनों को हराया. इस लड़के को क्रिकेटर बनना था लेकिन साधन नहीं थे. वो मेहनत करता रहा, और परिणाम सबके सामने है. लड़के ने अब बिहार अंडर-19 क्रिकेट टीम में जगह बनाकर परिवार का नाम रोशन कर दिया है. रोशन उन लोगों के लिए मिसाल हैं, जो गरीब को अपने रास्ते का सबसे बड़ा रोड़ा मानते हैं.

बिहार U-19 क्रिकेट टीम में रिक्शा चालक के बेटे का चयन

मुंगेर जिले के हरदियाबाद नौवागढ़ी निवासी रोशन कुमार गुप्ता का चयन U-19 क्रिकेट टीम में होना उनके जिले के लिए गौरव की बात है. दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक खेल प्रवक्ता महमूद आलम ने रोशन कुमार गुप्ता के चयन पर खुशी जताई. उन्होंने बताया कि रोशन को अपने बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत बिहार टीम में चयनित किया गया है. उनसे भविष्य में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है. पूरे जिले को उन पर नाज है.

जूनूनी बेटे ने फिर साबित की अपनी काबिलियत

roshanRoshan

बता दें, सारण में तीन मैचों की फ्रेंडशिप शृंखला बिहार और वाराणसी के बीच त्रिशूल क्रिकेट मैदान सारण में खेला गया था. इस मैच में बिहार की तरफ बेहतर खेल का प्रदर्शन दिखाते हुए रोशन कुमार ने 76 रन बनाए. अंडर-19 बिहार के पहले मैच में कमेटी की ओर से रोशन को ‘मैन ऑफ द मैच’ से सम्मानित किया गया. अगला मैच 29 मार्च को खेला जाएगा. IT हिन्दी से बात करते हुए रोशन कहते हैं कि वो अपना प्रदर्शन जारी रखना चाहते हैं.

रिक्शा चलाकर पिता ने रोशन को बनाया खिलाड़ी

रोशन कहते हैं कि उनके लिए यहां तक का सफर आसान नहीं था. परिवार के साथ के बिना उनका यहां तक पहुंचना आसान नहीं था. रोशन, केएम कान्वेंट स्कूल के चेयरमैन शेर खान और नवागढ़ी समाजिक मंच ग्रुप को भी शुक्रिया कहते हैं.  रोशन के मुताबिक उनकी सफलता के पीछे इन लोगों का अहम योगदान है. बता दें, रोशन के पिता संजय गुप्ता फरीदाबाद (हरियाणा) में रिक्शा चलाकर अपना परिवार चला रहे हैं.