भारत के स्वतंत्रता दिवस से पहले, पन्नू ने कथित तौर पर एक भड़काऊ संदेश जारी किया था जिसमें प्रमुख स्थानों पर खालिस्तानी झंडा फहराने वालों के लिए नकद पुरस्कार की घोषणा की गई थी। भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 13 से 15 अगस्त तक होने वाले ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत केंद्र सरकार ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान शुरू किया है।
नई दिल्ली: पूरे देश में आजादी के अमृत महोत्सव की रौनक देखी जा रही है। घरों से लेकर दुकानों तक, ऊंची-ऊंची इमारतों से लेकर शहर के चौराहों तक सिर्फ तिरंगे ही तिरंगे नजर आ रहे हैं। इसी बीच खालिस्तानी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू के आवास पर भी तिरंगा लहरा दिया गया। कुछ दिन पहले एक वीडियो जारी कर इसने पंजाब के सीएम भगवंत मान को धमकाया था और हर जगह खालिस्तानी झंडा फहराने वालों के लिए इनाम की घोषणा भी की थी।
पन्नू के आवास में फहराया तिरंगा
गुरपतवंत सिंह पन्नू ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ का स्वयंभू सरगना है। वह अमृतसर के खानकोट गांव में पैदा हुआ था। बाद में वह विदेश चला गया और आईएसआई के सहयोग से पंजाब में खालिस्तानी अलगाववादी मुहिम को फिर से जिंदा करने की कोशिश में है। 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले लोगों का एक समूह यहां पन्नू के आवास पर पहुंचा और तिरंगा फहराया। पन्नू के आवास के बाहर कई लोगों को भारतीय झंडा लहराते हुए भी देखा गया। एसएफजे एक यूएस आधारित खालिस्तानी अलगाववादी समूह है जिसकी स्थापना पन्नून ने की थी। इसे 2019 में भारत में बैन कर दिया गया था।
भारत में परिवार का कोई सदस्य नहीं
विदेश में बैठा खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर पंजाब को सुलगाने की कोशिश में है। गुरपतवंत सिंह पन्नू अमेरिका में बसा भारत का एक वॉन्टेड आतंकवादी है। गुरपतवंत सिंह पन्नू के पिता महिंदर सिंह विभाजन के समय पाकिस्तान से खानकोट आए थे। महिंदर सिंह मार्कफैड में नौकरी करते थे। गुरपतवंत का एक और भाई मंगवंत सिंह भी था, दोनों विदेश में जाकर बस गए थे। गुरपतवंत सिंह पन्नू के पिता की मौत बहुत पहले हो गई थी। मां को उसने बताया था कि वह कनाडा में बहुत बड़ा वकील है। कुछ वर्षों पहले मां की भी मौत हो गई। भारत में फिलहाल उसका कोई परिवार नहीं रहता है।