पशुओं को आवारा छोड़ने वालो की खेर नहीं, नप सुंदरनगर जुर्माने के साथ करेगा कानूनी कार्रवाई

अपने पशुओं को खुले में छोड़ने वालों के खिलाफ नगर परिषद सुंदरनगर जुर्माने के साथ कानूनी कार्रवाई भी अमल में लाएगी। शहर में बढ़ते बेसहारा पशुओं की समस्या को देखते हुए नगर परिषद की शहर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है।

प्रतिनिधियों ने कहा कि शहर में बेसहारा पशुओं की समस्या विकराल हो चुकी है। बेसहारा बैल और आवारा कुत्ते अब लोगों और बच्चों पर हमले करने लगे हैं। शहर के चांगर वार्ड में यह घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन इसके बाद इन बढ़ती संख्या पर लगाम नहीं लगाई जा सकी है। राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर बीचों-बीच बैठे यह बेसहारा बैल यातायात बाधित करने के साथ हादसों को भी न्योता दे रहे हैं।

नगर परिषद अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने कहा कि इसके लिए प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेज सेंचुरी एरिया देने की मांग की जाएगी। सेंचुरी एरिया के लिए नगर परिषद द्वारा कुछ स्थानों का चयन किया गया है। यह ऐसे स्थान होंगे, जहां लोग बेहद कम संख्या में रहते होंगे। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद इस एरिया की बाड़बंदी की जाएगी। उन्होंने बताया कि किसी प्रकार से घायल होने वाले पशुओं के उपचार के लिए आश्रय फाउंडेशन को एक शेड उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके साथ ही आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए भी अभियान शुरू किया जाएगा।

बैठक में नगर परिषद की उपाध्यक्ष रक्षा धीमान, पार्षद शिव सिंह सेन, नरेश, व्यापार मंडल सुंदरनगर के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, व्यापार मंडल कालोनी के अध्यक्ष अश्वनी सैनी, आश्रय फाउंडेशन, रोटरी क्लब, गौ सदन, पशुपालन विभाग से डॉ. घनश्याम, उमेश गौतम और कई समाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।