नगर निगम ने नई शर्तों के साथ चौथी बार येलो लाइन पार्किंग के टेंडर तो कॉल कर दिए हैं लेकिन अक्तूबर से पहले जनता को इसकी सुविधा मिलना मुश्किल है।
शिमला शहरवासियों को येलो लाइन में पार्किंग की सुविधा के लिए अब अक्तूबर तक का इंतजार करना पड़ेगा। नगर निगम ने नई शर्तों के साथ चौथी बार येलो लाइन पार्किंग के टेंडर तो कॉल कर दिए हैं लेकिन अक्तूबर से पहले जनता को इसकी सुविधा मिलना मुश्किल है। शहरवासियों को 1927 गाड़ियों के लिए येलो लाइन पार्किंग की सुविधा मिलनी है। निगम प्रशासन ने बुधवार को येलो लाइन पार्किंग के टेंडर कॉल कर दिए हैं। 14 सितंबर को यह टेंडर खुलेंगे। इस बार टेंडर की शर्तों में बदलाव किया है। पहले पूरे शहर को चार जोन में बांटा था। हर जोन में सात से दस वार्ड की येलो लाइन पार्किंग को शामिल किया था। लेकिन अब पूरे शहर को दस जोन में बांटा है। हर जोन में दो से तीन वार्ड ही शामिल किए हैं।
नगर निगम को उम्मीद है कि टेंडर शर्तों में बदलाव होने से इस बार ठेकेदार आवेदन करेंगे। इससे पहले भी निगम तीन बार टेंडर कॉल कर चुका है लेकिन तीनों बार एक भी आवेदन नहीं आया। नगर निगम शहर में येलो लाइन पार्किंग का संचालन ठेकेदार के जरिये करवाना चाहता है। इन पार्किंग को चलाने के लिए निगम को जब तक ठेकेदार नहीं मिल जाते तब तक शहरवासियों को येलो लाइन में पक्की पार्किंग नहीं मिल पाएगी। अभी येलो लाइन में मनमर्जी से गाड़ियां खड़ी हो रही हैं। टेंडर अवार्ड होने पर लोग येलो लाइन में अपनी गाड़ी के लिए पार्किंग स्लॉट बुक करवा सकेंगे। एक माह या सालाना शुल्क देकर इन्हें पार्किंग सुविधा मिलेगी। नगर निगम ने कार का मासिक शुल्क 800 रुपये तय किया है।
सर्कुलर रोड, संजौली सड़क पर 585 गाड़ियों के लिए येलो लाइन
शहर में 1927 वाहनों की येलो लाइन पार्किंग में सर्कुलर रोड और संजौली ढली बायपास पर लगने वाली 585 वाहनों की येलो लाइन भी शामिल है। लोक निर्माण विभाग की इन सड़कों पर पहली बार येलो लाइन लग रही है। इनके भी टेंडर कॉल किए गए हैं।
कॉल कर दिए हैं टेंडर : आयुक्त
नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि येलो लाइन पार्किंग के दोबारा टेंडर कॉल कर दिए हैं। शहर को अब चार की जगह दस जोन में बांटा है। जल्द ही टेंडर प्रक्रिया पूरी करने का प्रयास रहेगा ताकि लोगों को इनमें पार्किंग की सुविधा मिल सके।