फोरलेन में शामिल एरिया किनारे कंस्ट्रक्शन को इजाजत जरूरी

राजोल से इच्छी थ्री-ए नोटिफाई, क्षेत्र के बाहर भी छोडऩी पड़ेगी पांच मीटर जगह

जीवन ऋषि : धर्मशाला

मंडी-पठानकोट फोरलेन और कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण से हजारों लोग प्रभावित होंगे। इन दो बड़े प्रोजेक्टों से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका राजोल से लेकर घुरकड़ी तक का है। लोगों को यह पता नहीं कि फोरलेन कहां से निकलना है और एयरपोर्ट का विस्तार कैसे होना है। हजारों लोगों के सवालों का जवाब तलाशने के लिए प्रदेश के प्रमुख मीडिया हाउस हिमाचल दस्तक ने राजोल से लेकर घुरकड़ी तक फोरलेन का स्टेटस पता करने का प्रयास किया। जानकारी मिली है कि राजोल से लेकर इच्छी गांव तक का इलाका फोरलेन का थ्री-ए नोटिफाई हुआ है। किसी फोरलेन प्रोजेक्ट में थ्री-ए नोटिफाई एरिया में एक साल तक कंस्ट्रक्शन नहीं हो सकती। थ्री-ए में शामिल एरिया में सड़क के दोनों छोर पर जमीन फोरलेन में आएगी। इसमें कहीं दो मीटर एरिया शामिल है, तो कहीं दस मीटर तक शामिल है। हर जगह यह एरिया अलग है।

अब सवाल उठता है कि इस सड़क के किनारे कंस्ट्रक्शन कैसे की जाए, तो इसका जवाब है कि इस दायरे के पास रहने वाले लोगों को एनएच अथॉरिटी से परमिशन लेनी होगी। अमूमन एनएच किनारे निर्माण पर कायदे अनुसार इजाजत लेनी होती है, लेकिन जहां तक थ्री-ए एरिया की बात है तो इसमें शामिल इलाके के साथ निर्माण करने वालों को पांच मीटर जगह और छोडऩी होगी।

क्या कहते हैं प्रोजेक्ट डायरेक्टर

फोरलेन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनिल सेन का कहना है कि थ्री-ए की अवधि एक साल होती है। इसमें शामिल एरिया में कंस्ट्रक्शन नहीं हो सकती। परमिशन लेने वाले को बताना होता है कि आवेदक थ्री-ए से कितना बाहर है। उसके बाद भी पांच मीटर जगह छोडऩी होती है। प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने स्पष्ट किया कि इच्छी से आगे मटौर तक अभी थ्री-ए नोटिफाई नहीं हुआ है। ऐसे में इस इलाके में कंस्ट्रक्शन हो सकती है।

जिला में दो बड़े प्रोजेक्ट

कांगड़ा जिला में इस क्षेत्र में दो बड़े प्रोजेक्ट हैं। पहला प्रोजेक्ट गग्गल हवाई अड्डे के विस्तार का है, जबकि दूसरी परियोजना फोरलेन है। प्रदेश सरकार पहले एयरपोर्ट का विस्तार करना चाहती है। इसी के चलते राजोल से लेकर मटौर तक का एरिया अभी फोरलेन के लिए डी स्कोप घोषित हुआ है। इस एरिया में एयरपोर्ट के विस्तार के बाद ही फोरलेन आगे बढ़ेगा। इसके बाद राजोल से लेकर घुरकड़ी तक फोरलेन का काम होगा।