11 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार जहानाबाद में होमगार्ड की बहाली के लिए दौड़ का आयोजन किया गया. इसमें महिलाओं ने भी हिस्सा लिया. दौड़ में सफल होने वाली महिला अभ्यर्थियों ने अंतिम रूप से चयन होने की उम्मीद जताई. इस दौरान महिला अभ्यर्थियों ने जी जान लगाकर दौड़ में हिस्सा लिया. होमगार्ड की बहाली के लिए जहानाबाद एरोड्रम में दौड़ का आयोजन किया गया था. (फोटो एवं टेक्स्ट: राजीव रंजन विमल)
जहानाबाद एरोड्रम में होमगार्ड की बहाली के लिए दौड़ का आयोजन किया गया था. आत्मनिर्भर बनने की चाह रखने वाली महिलाओं ने इस दौड़ में हिस्सा लिया. इनमें से कई महिला अभ्यर्थी सफल रही हैं. उन्हें उम्मीद है कि दौड़ में सफल रहने के बाद उनका अंतिम रूप से चयन कर लिया जाएगा.
महिला अभ्यर्थियों की सफलता दर पुरुषों के मुकाबले कहीं ज्यादा रहा. दौड़ निकालने वाली महिलाओं ने कहा कि 11 साल के लंबे अंतराल के बाद दौड़ का आयोजन किया गया, ऐसे में उन्होंने जी जान लगा दी. इतने लंबे गैप के बाद बहाली होने से उन्हें कोई समस्या नहीं हुई.
महिलाओं के बैच में आधे से ज्यादा महिलाएं दौड़ में सफल रहीं. हालांकि, दौड़ में हिस्सा लेने के लिए जितनी महिलाओं ने आवेदन किया था, उनमें से काफी नहीं पहुंचीं. ज्यादा महिला अभ्यर्थियों के पहुंचने की उम्मीद थी.
जहानाबाद में होमगार्ड बहाली के अंतिम दिन जिले के सभी प्रखंडों के 1056 आवेदकों ने दौड़ में हिस्सा लिया. इनमें से 372 महिलाएं शामिल थीं. बहाली के अंतिम दिन मौसम ने भी अभ्यर्थियों का साथ दिया. फिजिकल में सफल अभ्यर्थियों को अब यह उम्मीद है कि वह जल्द ही वर्दी पहन सकेंगी.
होमगार्ड की बहाली में कुछ सफल रहीं तो बहुत सी अभ्यर्थी असफल भी रहीं. असफल अभ्यर्थी काफी निराश थे. वहीं, सफल अभ्यर्थियों ने बहाली प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी होने की संभावना जताई है.
महिलाओं की बहाली को देखते हुए महिला पुलिस पदाधिकारी और जवानों की पर्याप्त संख्या में प्रतिनियुक्ति की गई थी. होम गार्ड समादेष्टा ने बताया कि कम संख्या में अभ्यर्थी पहुंचीं, लेकिन सफलता दर ज्यादा है.