PHOTOS: एयरपोर्ट नहीं जनाब, यह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन है! एकदम नए रूप में दिखेगा NDLS

New Delhi Railway Station Redevelopent Plan: नई दिल्‍ली रेलवे स्‍टेशन के रिडिवेलपमेंट प्लान का 3डी मॉडल जारी कर दिया गया है। भविष्‍य का NDLS कैसा दिखेगा, तस्‍वीरों में जानिए।

 

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PHOTOS: एयरपोर्ट नहीं जनाब, यह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन है! एकदम नए रूप में दिखेगा NDLS

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई कैबिनेट की बैठक में रेलवे के प्लान को हरी झंडी दिखाने के साथ ही अब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के रिडिवेलपमेंट प्लान का रास्ता लगभग साफ हो गया है। ये प्लान इस तरह से बनाया गया है कि जब इस पर अमल होगा तो इसकी सूरत लगभग एयरपोर्ट जैसी हो जाएगी। एयरपोर्ट की तरह ही स्टेशन पर न सिर्फ एंट्री और एग्जिट अलग-अलग होंगी बल्कि स्टेशन के बाहरी हिस्सों में लगने वाले जाम से भी लोगों को निजात मिलेगी। ये प्लान दो फेज में लागू किया जाएगा। पहले फेज में 1.38 मिलियन वर्ग मीटर एरिया और दूसरे में 1.16 मिलियन वर्ग मीटर एरिया डिवेलप किया जाएगा। देखिए, रिडिवेलपमेंट के बाद कैसा दिखेगा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन

सात फ्लाईओवर बनेंगे, स्‍टेशन तक पहुंचना होगा आसान

रेलवे स्टेशन तक पहुंचने के लिए सात फ्लाईओवर बनाने की योजना है। इससे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन आने जाने वाले यात्रियों को स्टेशन से काफी दूर से ही अलग रास्ता हो जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि रेलवे स्टेशन बिल्डिंग का पूरा एरिया दो लाख 20 हजार वर्ग मीटर का होगा। रेलवे स्टेशन बिल्डिंग में सभी तरह की सुविधाएं मुहैया की जाएंगी। स्टेशन के अजमेरी गेट साइड में 51 बसों की पार्किंग की व्यवस्था होगी जबकि पहाड़गंज साइड में 40 बसों के हॉल्ट एंड गो की सुविधा दी जाएगी। स्टेशन पर मल्टीलेवल पार्किंग होगी जिसमें डेढ़ हजार गाड़ियां खड़ी की जा सकेंगी। स्टेशन पर हर तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। यही नहीं, वेस्ट मैनेजमेंट के लिए दो एसटीपी प्लांट भी लगाए जाएंगे।

 

कैसे बदलेगा नई दिल्ली स्टेशन का लुक?

देश के दूसरे सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रोजाना लगभग 4.5 लाख लोग आते और जाते हैं। अभी लोग ट्रैफिक जाम के बीच स्टेशन पर पहुंचते हैं तो उन्हें प्लैटफॉर्म पर जाने के लिए पहले सीढ़ियों से एफओबी पर जाना होता है और फिर प्लैटफॉर्म पर पहुंचने के लिए सामान के साथ सीढ़ियों से उतरना होता है। नए प्लान के तहत रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग को एलिवेटिड रोड से जोड़ा जाएगा। इस तरह से स्टेशन पर एंट्री ऊपर से ही हो जाएगी और निकलने के रास्ता नीचे से होगा। इसी तरह पैसेंजर सीधे कॉनकोर्स एरिया में पहुंचेंगे और वहां इंतजार करेंगे। जैसे ही उनकी ट्रेन प्लैटफॉर्म पर आएगी, वे कॉनकोर्स से उतरकर प्लैटफॉर्म पर जा सकेंगे।

एनिमेशन के जरिए समझ‍िए कैसा होगा नया स्‍टेशन

चेम्सफोर्ड रोड से भवभूति मार्ग तक टूटेगा हिस्सा

चेम्सफोर्ड रोड और भवभूति मार्ग के बीच की रेलवे की सभी बिल्डिंगों को तोड़ दिया जाएगा। लेकिन थॉमसन रोड और स्टेट एंट्री रोड के बीच हाउसिंग कॉम्पलेक्स बनाए जाएंगे। हर बिल्डिंग के लिए अलग पार्किंग और अलग से एंट्री, एग्जिट की सुविधा होगी। इस प्लान के तहत सिर्फ रेलवे स्टेशन ही नहीं बल्कि पूरा एरिया ही रिडिवेलप होगा। न सिर्फ यहां ऑफिस कॉम्पलेक्स बनाए जाएंगे बल्कि हाउसिंग प्रोजेक्ट भी तैयार होगा।

आंकड़ों से समझ‍िए कैसे बदलेगा नई दिल्‍ली रेलवे स्‍टेशन?

  • कुल एरिया 2.54 मिलियन वर्ग मीटर होगा विकसित (फेज एक में 45.4 हेक्टेयर और दूसरे फेज में 26.2 हेक्टेयर एरिया )
  • स्टेशन बिल्डिंग : 220000 वर्ग मीटर एरिया
  • रेलवे ऑफिस के लिए 45 हजार वर्ग मीटर एरिया
  • बेंक्वेट, स्कूल, अस्पताल, बैंक्वेट और अन्य सुविधाओं के लिए 344000 वर्ग मीटर एरिया
  • 7 फ्लाईओवर बनाए जाएंगे
  • पहाड़गंज साइड में 40 बसों के लिए हॉल्ट एंड गो की सुविधा
  • अजमेरी गेट साइड में 51 बसों के लिए पार्किंग
  • दो एसटीपी और एक ईटीपी लगाया जाएगा

अभी क्‍या है प्रोजेक्ट की स्थिति?

इस प्रोजेक्ट के तहत ट्रैफिक पुलिस समेत 8 विभाग इस प्लान को अपनी एनओसी दे चुके हैं। डीयूएसी, यूटीपैक, फॉरेस्ट (पेड़ काटने के लिए) विभाग से अभी अनुमति मिलनी है। रेलवे अधिकारियों का दावा है कि अगले कुछ महीने में टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस प्लान पर काम शुरू किया जाएगा। पहले इस प्रोजेक्ट को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत बनाया जाना था लेकिन अब ये प्रोजेक्ट ईपीसी के तहत बनेगा यानी इसके लिए सरकार ही फंड देगी।