जिला भर के अस्पतालों में चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर शनिवार से दो घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक पर चले गए है, इसके चलते अस्पतालों में मरीजों को 11:30 बजे के बाद इलाज मिल पाया, चिकित्सकों की यह हड़ताल तीन दिन तक चलने वाली है। हालांकि इस दौरान आपात स्थिति में अस्पताल आने वाले मरीजों को उपचार मिलता रहा।
चिकित्सक संघ सोलन के प्रधान कमल अटवाल का कहना है कि प्रदेश में पहले से अधिकांश बेरोजगार युवा चिकित्सक मौजूद हैं। किसी भी चिकित्सक को सेवा विस्तार देना युवा चिकित्सकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा। जिन चिकित्सा अधिकारियों को सेवा विस्तार दिया गया है, उन्हें शीघ्र सेवानिवृत्त किया जाए। वहीं अनुबंध पर चयनित चिकित्सकों का ग्रेड पे का 150 फीसदी मानदेय देने और नए वेतन आयोग में चिकित्सकों का 4-9-14 का टाइम स्केल बहाल करने की मांग की है। साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की प्रोत्साहन में वृद्धि और मेडिकल कॉलेजों में सेवाएं दे रहे फैकल्टी सदस्यों को भी एकेडेमिक अलाउंस देने की मांग को लेकर चिकित्सक डॉक्टर हड़ताल पर रहे।
बता दें कि छह सूत्रीय मांगों को लेकर चिकित्सक पेन डाउन स्ट्राइक करने को मजबूर हैं। हड़ताल को लेकर संघ मुख्य चिकित्सा अधिकारी और चिकित्सा अधीक्षक को ज्ञापन भी दिया है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हुई, हड़ताल वापस नहीं लेंगे। चिकित्सकों की मांग है कि सरकार की ओर से स्वास्थ्य निदेशक की सेवानिवृत्ति के बाद पद को अब तक नहीं भरा गया है। इससे कार्य में काफी दिक्कतें आ रही हैं। इससे संघ चिकित्सकों के सेवा विस्तार का विरोध में रहा है।