3 किलोवाट तक क्लीन व ग्रीन पावर पैदा करने में सक्षम पायलट योजना पूरी हुई

3 किलोवाट तक क्लीन व ग्रीन पावर पैदा करने में सक्षम पायलट योजना पूरी हुई

शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड (एसजेपीएनएल) और किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड (केबीएल) ने 3 किलोवाट तक क्लीन व ग्रीन पावर पैदा करने में सक्षम एक पायलट योजना को सफलतापूर्वक पूरा किया है। यह योजना पानी की एक बहती धारा का उपयोग करके बिजली पैदा करने में क्रांति सकती है ।
एसजेपीएनएल द्वारा अश्वनी खड़ में एक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पायलट परियोजना शुरू की गई थी, जहां केबीएल के पीआईसीओ उत्पाद, जो एक माइक्रो हाइड्रो पावर जनरेटर है, का उपयोग किया गया था। इस इनोवेशन में दूरदराज के इलाकों और गांवों में बिजली पहुंचाने की क्षमता है।
पीआईसीओ (PICO ) ‘पंप ऐज़ टर्बाइन’ (पीएटी) का एक कॉम्पैक्ट और सोफिस्टिकेटेड संस्करण है, जो स्माल बंडल यूनिट हैं जो किसी नदी जैसे किसी भी स्रोत से पानी की बहती धारा का उपयोग करके 5 किलोवाट तक बिजली पैदा करने में सक्षम हैं यहां तक कि इसे डब्ल्यूटीपी या एसटीपी से रिजेक्ट वाटर का उपयोग करके भी संचालित किया जा सकता है।
किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड के प्रवक्ता ने कहा, “इस इनोवेटिव समाधान के साथ, हम उपभोक्ताओं को उपयुक्त हेड और फ्लो उपलब्धता के साथ बहते पानी की धारा से 500 kW तक की पनबिजली उत्पन्न करने में मदद कर सकते हैं। यह मूल रूप से रिवर्स मोड (टरबाइन के रूप में) में चलने वाला एक पंप है जो बिजली उत्पन्न करने के लिए पानी का उपयोग करता है। घटते कोयले के भंडार और वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के साथ हम बिजली पैदा करने के लिए प्राकृतिक, नवीकरणीय संसाधनों के दोहन की ओर अधिक से अधिक इच्छुक हैं। हमारी कंपनी हमेशा नवीन उत्पादों को विकसित करने और बढ़ावा देने का प्रयास करती रही है। हमारी आर एंड डी टीम द्वारा विकसित, पीआईसीओ माइक्रो हाइड्रो पावर जनरेटर का उपयोग पहाड़ी क्षेत्रों में किया जा सकता है । यहां तक कि इसे प्रोसेस इंडस्ट्री में भी छोटे जल विद्युत उत्पादन संयंत्रों के रूप में किया जा सकता है।
मनदीप गुप्ता, कार्यकारी अभियंता, जल शक्ति विभाग, शिमला ने कहा, “प्रशंसनीय तकनीक, जो राज्य में भारी क्षमता का अनुमान लगा सकती है। हम यह देखने के लिए उत्सुक होंगे कि यह अवधारणा विभाग और राज्य के लिए अधिकतम क्षमता का उपयोग कैसे कर सकती है।”
बिजली पैदा करने के अलावा, इन इकाइयों को एक कपलिंग/गियर या पुल्ली (घिरनी) व्यवस्था का उपयोग करके सीधे एक पंप से जोड़ा जा सकता है, जिसका उपयोग दूरदराज के स्थानों से पानी पंप करने के लिए किया जा सकता है जहां बिजली की आपूर्ति की उपलब्धता एक चुनौती है। इसलिए, हम समझते हैं कि इस बहुउद्देश्यीय मशीन का उपयोग विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए किया जा सकता है, जो ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देता है।