बिछड़े परिवार को मिलाने के लिए पायलट ने रोकी प्लेन, एयरपोर्ट पर बही आंसुओं की गंगा-यमुना

हल्द्वानी. लंबे समय के बाद रानीबाग-भीमताल पुल बनकर तैयार हो गया हैं. जिसका शुभारंभ सीएम पुष्कर सिंह धामी ने किया. आपको बता दें कि पुल की लागत करीब 7 करोड़ रुपए से ज्यादा है. लंबे समय के स्थानीय लोगों और पर्यटकों को पुल का खुलने का इंतजार था.

बता दें कि रानीबाग-भीमताल पुल को कुमाऊं की लाइफ लाइन भी कहा जाता है, क्योंकि पर्वती जिले अल्मोड़ा, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ का इसी पुल से आवागमन होता है. 57 साल बाद कुमाऊं को टू लेन पुल बनकर मिला. स्थानीय लोगों के साथ-साथ कुमाऊं में आने वाले पर्यटकों को भी जाम की समस्या से जूझना पड़ता था, लेकिन अब रानीबाग पुल बनकर तैयार हो चुका है और यातायात सुचारू है. इसके बाद अब पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी जाम की समस्या से राहत है.वहीं, स्थानीय निवासी कमल जंतवाल का कहना है कि पहले कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. अब पुल बन जाने से स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी राहत मिलेगी. पहले हमें ज्योलीकोट बाईपास से होकर पहाड़ी जिलों को रुख करना पड़ रहा था, लेकिन अब हमें काफी सुविधा मिलेगी.