प्रदेश भर में वन विभाग ने पौधरोपण अभियान का आगाज कर दिया है। एक साथ 75 नगर वनों में पौधरोपण कार्यक्रम चलाया जाएगा। आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने दिल्ली में हरियाली महोत्सव का आयोजन किया। इसके तहत प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। देश की आजादी की 75वीें वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे हैं। इसके तहत देश के 75 नगर वनों में पौधरोपण अभियान चलाया गया। इसमें हिमाचल प्रदेश के सात चिन्हित स्थानों पर भी पौधारोपण किया गया। प्रधान मुख्य अरण्यपाल (वन बल प्रमुख) अजय श्रीवास्तव ने बताया कि अतिरिक्त बिलासपुर वन वृत्त के अंतर्गत करलोटी, धर्मशाला वन वृत्त के अंतर्गत सिद्धबाड़ी और कालापुल, मंडी वन वृत के अंतर्गत सुंदरवन, सोलन वन वृत के अंतर्गत दतियार और नाहन वन वृत्त के अंतर्गत सतौन में हरियाली महोत्सव के दौरान स्थानीय समुदायों के सहयोग से पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हरियाली महोत्सव को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य वनों और वन्यजीवों के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ उन्हें पेड़ों का महत्त्व और उनका संरक्षण तथा विश्व में जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने में वनों कीे भूमिका के प्रति जागरूक करना है
नगर वन योजना भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की स्कीम में हिमाचल प्रदेश में दो शहरों को चुना गया है। इसमें एक सुंदरनगर व दूसरे धर्मशाला को शामिल किया गया है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव द्वारा शुक्रवार को राजधानी दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से हरियाली महोत्सव 2022 और देशभर के चयनित विभिन्न स्थानों के नगरवन सुंदरवन में पौधारोपण का शुभारंभ किया गया। यहां सुंदरनगर में विधायक राकेश जम्वाल की मौजूदगी में इस कार्यक्रम का आगाज किया गया। सुंदरनगर के छज्वार गलू में वर्चुअल माध्यम से इसका विधिवत रूप से शुभारंभ किया गया। वन मंडलाधिकारी सुभाष परासर ने बताया कि सुंदरनगर के अंतर्गत सुंदरवन 10 हेक्टेयर को नगर वन के लिए चयनित किया गया है। इसके लिए 40 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। इस योजना के अंतर्गत सुंदरवन में 10 हेक्टेयर क्षेत्र को तारबाड़ के माध्यम से बंद करके इसमें विभिन्न गतिविधियां जैसे सॉइल मॉइश्चर कंजर्वेशन, पौधारोपण इत्यादि गतिविधियां की जाएंगी। इसके अलावा इस क्षेत्र में नगर परिषद व सरकारी और अन्य गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा पौधारोपण, नेचर ट्रेल, पैदल रास्ता, विश्राम हेतु बैंच व दृश्य बिंदु एवं वनस्पति पहचान सूचक बोर्ड तथा अन्य तरह के कार्य पूर्ण किए जाएंगे। इस नगर वन सुंदरवन योजना को सफल बनाने के लिए विभाग ने लोगों से पूर्ण सहयोग का आग्रह किया है। योजना के अंतर्गत भारत में आगामी चाार साल में 400 नगरवन व 200 नगर वाटिका बनाए जाने का लक्ष्य है। इसमें नगर निगम, शहरी निकाय व अन्य संस्थाएं भी सहयोग करेंगी व इसमें औषधीय पौधे व फलदार पौधे लगाए जाएंगे।