पीएम मोदी सुजानपुर से नहीं, मंडी से कर सकते हैं चुनावी शंखनाद

भाजपा की अक्तूबर में एम्स बिलासपुर के उद्घाटन पर भी पीएम मोदी की रैली कराने की योजना है। मोदी की मंडी रैली के लिए समय देने का प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से आग्रह किया गया है। आगामी दिनों में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद मोदी को न्योता देने नई दिल्ली जा सकते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी महीने के अंत में मंडी से चुनावी शंखनाद कर सकते हैं। भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की होने वाली यह रैली पहले सुजानपुर में प्रस्तावित थी। अब इसमें फेरबदल किया गया है। हालांकि अभी तिथि तय नहीं है, लेकिन सितंबर के अंत में उनका मंडी आना तय माना जा रहा है। रैली में युवा मोर्चा के एक लाख कार्यकर्ता जुटाने का लक्ष्य है।

भाजपा की अक्तूबर में एम्स बिलासपुर के उद्घाटन पर भी पीएम मोदी की रैली कराने की योजना है। मोदी की मंडी रैली के लिए समय देने का प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से आग्रह किया गया है। आगामी दिनों में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद मोदी को न्योता देने नई दिल्ली जा सकते हैं। मंडी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह जिला है। पहले पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के विधानसभा क्षेत्र सुजानपुर में रैली स्थल तय किया था। पीएम नरेंद्र मोदी इस रैली से हिमाचल प्रदेश के युवाओं में जोश भरकर चुनावी रण में हुंकार भरेंगे।

 संगठन महामंत्री बीएल संतोष पहुंचेंगे धर्मशाला
भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष बुधवार को धर्मशाला पहुंचेंगे। उसके बाद वह मंडी जाएंगे। वह दोनों जगह पार्टी पदाधिकारियों की बैठक लेंगे और चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलेंगे।

 केलांग जाएंगे सौदान सिंह
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश के चुनाव प्रभारी सौदान सिंह बुधवार को केलांग जाएंगे, वहां वह भाजपा मंडल के पदाधिकारियों से संवाद करेंगे और उन्हें चुनाव प्रचार के टिप्स देंगे। मंगलवार को सौदान सिंह ने चंबा में भटियात, चुराह, चंबा और डलहौजी विधानसभा क्षेत्रों के भाजपा मंडलों के पदाधिकारियों की बैठकें लीं।
नवरात्र में कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं विधायक अनिल शर्मा
मंडी सदर से भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री अनिल शर्मा नवरात्र में कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, अभी तक अनिल शर्मा ने इस बाबत कांग्रेस के साथ कोई पक्की बात नहीं की है। अनिल शर्मा राजनीतिक गतिविधियों और बदलते समीकरणों को देख रहे हैं। उन्होेंने भाजपा भी अभी नहीं छोड़ी है। बेशक भाजपा ने उन्हें हाशिये पर ला दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत पंडित सुखराम की राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने के लिए अनिल शर्मा इन दिनों नफा नुकसान पर मंथन कर रहे हैं। उधर, प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा के भी कई नेताओं से संपर्क साधा हुआ है। जिला कांगड़ा के दो बड़े भाजपा नेताओं से कांग्रेस की बातचीत चल रही है