पीएम मोदी ने जी-7 देशों के नेताओं को दिए नायाब तोहफे, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को भेंट की काशी की गुलाबी मीनाकारी वाली कलाकृति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए राष्ट्राध्यक्षों को नायाब तोहफे भेंट किए। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को  काशी का प्रसिद्ध हस्तशिल्प गुलाबी मीनाकारी ब्रोच व कफलिंक सेट भेंट किया।

अमेरिका के राष्ट्रपति से बात करते पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मन में जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए राष्ट्राध्यक्षों को नायाब तोहफे भेंट किए। किसी को वाराणसी की गुलाबी मीनाकारी वाला तोहफा दिया गया तो किसी को खास इत्र। ये उपहार उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों से मंगवाए गए थे। सम्मेलन में प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्राध्यक्षों को भेंट दिए गए उपहारों में पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दो उत्पाद शामिल हैं।

इससे एक बार फिर काशी और यूपी के अन्य हिस्सों के जीआई उत्पादों को विश्व फलक पर पहचान मिली है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया है।प्रधानमंत्री ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को देवाधिदेव महादेव की पावन नगरी काशी का प्रसिद्ध हस्तशिल्प गुलाबी मीनाकारी ब्रोच व कफलिंक सेट भेंट कर स्थानीय शिल्प को वैश्विक पटल पर गौरव दिलाया।

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति को ‘राम दरबार’

इसी तरह से फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन को हस्तशिल्प ‘जरी-जरदोजी’ से बने बॉक्स में यूपी में निर्मित विभिन्न अमूल्य उपहार भेंट किए। पीएम ने अपने जर्मनी प्रवास पर सेनेगल के राष्ट्रपति मैकी साल को यूपी में हाथ से निर्मित हुईं मूंज की टोकरियां और कपास की दरी भेंट की। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो को वाराणसी की लोकप्रिय काष्ठ और लाख की अद्भुत कला से निर्मित ‘राम दरबार’ की कलाकृति उपहार में दी। 

जो बाइडन को दिया गया तोहफा
पीएम ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को चीनी मिट्टी के अद्वितीय उत्पादों के लिए प्रसिद्ध बुलंदशहर की ‘प्लेटिनम पेंटेड हैंड पेंटेड टी सेट’ भेंट कर स्थानीय हुनर को वैश्विक पटल पर नई पहचान देने का काम किया है। उन्होंने जर्मनी के चांसलर ओलफ शोल्ज को मुरादाबाद का नक्काशीदार मटका दिया। इस तरह से वैश्विक पटल पर पीतल नगरी की चमक बिखेरने में सफलता मिली। इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी को आगरा में निर्मित मार्बल इनले टेबल टॉप उपहारस्वरूप दिया। निजामाबाद की सुप्रसिद्ध काली मिट्टी के बर्तन जापान के प्रधानमंत्री को भेंट किए।

काष्ठ कला और गुलाबी मीनाकारी के मुरीद हुए राष्ट्राध्यक्ष

लकड़ी से बना राम दरबार
कला, संस्कृति और धर्म की नगरी काशी का नाम एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर गूंज रहा है। जर्मनी में जी-7 सम्मेलन में काशी के जीआई उत्पादों में शामिल गुलाबी मीनाकारी और काष्ठ कला ने चमक बिखेरी है। इन उपहारों के जरिये पीएम मोदी ने एक बार फिर काशी की संस्कृति, कला और विरासत को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। काशी के राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त कलाकारों ने इन्हें अपने हाथों से तैयार किया है।

18 दिन में तैयार हुआ राम दरबार 
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति को उपहार में दिया गया राम दरबार ओमप्रकाश शर्मा और उनके परिवार ने तैयार किया है। चार पीढ़ियों से एक इंच से लेकर सात फीट तक के लकड़ी के उत्पाद तैयार करने के लिए यह परिवार प्रसिद्ध है। गूलर की लकड़ी से बिना किसी मशीन के इस्तेमाल से उत्पाद पूरी तरह हस्तनिर्मित है। कलाकृति में प्रमुख पात्र श्री राम, माता सीता, लक्ष्मण, बजरंगबली और जटायु हैं। इसे बनाने में 18 दिन का समय लगा। इसका ऑर्डर यूपी हैंडक्राफ्ट के जरिये दिया गया था।

गुलाबी मीनाकारी की विदेशों में खूब मांग

गुलाबी मीनाकारी
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को उपहार में दी गई गुलाबी मीनाकारी की मांग देश के अलग-अलग हिस्सों में है। इसे राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त रमेश कुमार विश्वकर्मा के परिवार ने 16 दिन में तैयार किया है। काशी के जीआई उत्पादों के विशेषज्ञ डॉ. रजनीकांत बताते हैं कि इससे पहले भी पीएम मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति की पत्नी ब्रिजेट मैक्रों को गुलाबी मीनाकारी के झुमके भेंट कर चुके हैं।

काशी की इस कला के बिल क्लिंटन भी मुरीद हैं। हैदराबाद में हुई अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी में वह काशी के श्याम दास और उनके पिता राम जी प्रसाद द्वारा बनाए गए गुलाबी मीनाकारी के शतरंज के कायल हो गए थे। यहीं नहीं भैरव गली निवासी अमरनाथ वर्मा को अबुधाबी के शेख ने न्योता देकर अपने यहां बुलाया और अपने सिंघासन में गुलाबी मीनाकारी करवाई। 

जीआई उत्पादों के ब्रांड एंबेसडर हैं पीएम 
डॉ. रजनीकांत ने बताया कि प्रधानमंत्री हर अंतरराष्ट्रीय दौरे पर जीआई उत्पादों को तोहफे में भेंट करते हैं, जिसकी वजह से कारोबार बढ़ा है। इसका पूरा श्रेय पीएम को जाता है। वह एक तरह से जीआई उत्पादों के ब्रांड एंबेसडर के रूप में कार्य कर भारत की समृद्ध विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।