PM Modi भारत में आज लॉन्च करेंगे 5G सर्विस, मिलेगा हाई स्पीड इंटरनेट डेटा

1 अक्टूबर को 5G टेक्नोलॉजी की शुरुआत होने जा रही है.

1 अक्टूबर को 5G टेक्नोलॉजी की शुरुआत होने जा रही है.

 

5G Service Launch: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 1 अक्टूबर को देश में  5G सर्विस का शुभारंभ (5G Service Iaugration) करने के लिए तैयार हैं. दिल्ली के प्रगति मैदान में आज सुबह 10 बजे IMC कार्यक्रम में आधिकारिक तौर पर 5G सर्विस की शुरुआत की जाएगी.  PM मोदी भारतीय मोबाइल कांग्रेस (IMC) के छठे एडिशन का भी उद्घाटन करेंगे. IMC 2022 1 से 4 अक्टूबर तक ‘न्यू डिजिटल यूनिवर्स’ की थीम के साथ आयोजित होने वाला है. राजधानी के द्वारका सेक्टर 25 में दिल्ली मेट्रो के आगामी स्टेशन की एक भूमिगत सुरंग से 5जी सेवाओं के कामकाज का प्रदर्शन किया जाएगा. 5G तकनीक की मदद से बिना रुकावट कवरेज, हाई डेटा रेट और बेहद विश्वसनीय कम्यूनिकेशन मिलेगा.

इससे एनर्जी एफिशिएंसी, स्पेक्ट्रम एफिशिएंसी और नेटवर्क एफिशिएंसी को बढ़ावा मिलेगा. प्रधानमंत्री भारतीय मोबाइल कांग्रेस (IMC) के छठे एडिशन का भी उद्घाटन करेंगे. दिल्ली मेट्रो ने 5जी प्रदर्शन के लिए साजोसामान मुहैया कराया है. एक्सपोर्ट्स का मानना है कि कमर्शियल 5G सर्विस की कल शुरुआत होने जा रही है, हालांकि इसे आम लोगों तक पहुंचने एक साल से ज्यादा का वक्त लग सकता है.

‘न्यू डिजिटल यूनिवर्स’ है कार्यक्रम की थीम
IMC 2022 1 से 4 अक्टूबर तक ‘न्यू डिजिटल यूनिवर्स’ की थीम के साथ आयोजित होने वाला है. ये प्रमुख विचारकों, आंत्रप्रन्योर, इनोवेटर्स और सरकारी अधिकारियों को एक साथ लाएगा. इस मौके पर डिजिटल टेक्नोलॉजी को तेजी से अपनाने और इसके प्रसार से उभरने वाले नए-नए मौकों पर चर्चा और प्रदर्शन करेगा.

ऐसी उम्मीद भी जताई जा रही है कि इन सेवाओं के लॉन्च होने के साथ ही अक्टूबर से कई शहरों में 5G सर्विस ग्राहकों के लिए उपलब्ध हो सकेंगी. हालांकि, इसको लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.

CNBC-आवाज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस कार्यक्रम के दौरान टेलीकॉम कंपनियां प्रधानमंत्री मोदी के सामने 5G सर्विस का डेमो देंगी. इसी दौरान कंपनियां 5G लॉन्च की औपचारिक घोषणा कर सकती हैं.

संचार मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि सालों की कड़ी मेहनत के बाद 5जी सेवाओं की शुरुआत होने जा रही है. हाल ही में 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी सफलतापूर्वक आयोजित की गई थी और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को 1,50,173 करोड़ रुपये के सकल राजस्व के साथ 51,236 मेगाहर्ट्ज आवंटित किया गया था.