नई दिल्ली. प्रगति मैदान में इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5जी सर्विस की शुरुआत करते हुए 2जी और 5जी मोबाइल सेवाओं के बीच अंतर का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि 2जी और 5जी मे नीयत का यही डिफरेंस है. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज टेलीकॉम सेक्टर में जो क्रांति देश इस समय देख रहा है वो इस बात का सबूत है कि अगर सरकार सही नीयत से काम करे तो नागरिकों की नीयत बदलने में देर नहीं लगती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2जी की नीयत और 5जी की नीयत में यही फर्क है.
देश में जब 2जी मोबाइल सेवा शुरू हुई थी, तो घोटाले को लेकर काफी बवाल हुआ था. पीएम मोदी शायद उसी की ओर संकेत कर रहे थे. पीएम मोदी ने कहा कि साल 2014 में 25 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन थे, जो अब बढ़कर 85 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन हो गए हैं. उन्होंने कहा कि हमने टेलीकॉम सेक्टर में तमाम अड़चनों को खत्म करने की कोशिश की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 में देश 100% मोबाइल फोन आयात करता था. इसलिए हमने आत्मनिर्भर बनने का फैसला किया. 2014 में 2 मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट थीं, अब उनकी संख्या 200 के ऊपर है. पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने प्राइवेट सेक्टर को प्रोत्साहित किया. आज मोबाइल उत्पादन में दुनिया मे भारत दूसरे स्थान पर है. पहले हम मोबाइल आयात करते थे, अब निर्यात करते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब कम कीमत पर ज्यादा रिजल्ट मिल रहा है. उन्होंने इस मौके पर कहा कि आज 21वीं सदी के विकसित होते भारत के सामर्थ्य का विशेष दिन है. 1 अक्टूबर 2022 इतिहास में यर तारीख दर्ज होने वाली है. आज देश की टेलीकॉम इंडस्ट्री की ओर से 130 करोड़ देशवासियों को शानदार उपहार मिल रहा है. ये 5जी अवसरों के अनन्त आगाज की शुरुआत है. उन्होंने कहा कि इन क्षणों के साथ 5जी की शुरुआत में ग्रामीण स्कूलों के बच्चों से लेकर मजदूर तक सहभागी हैं. गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा के सुदूर इलाकों में बच्चे 5जी के जरिए कनेक्ट हो रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि 2जी, 3जी, 4जी के समय भारत टेक्नोलॉजी के लिए दूसरे देशों पर डिपेंडेंट रहा है. जबकि भारत के युवाओं के लिए 5जी बहुत बड़ा अवसर लेकर आएगा. डिजिटल इंडिया सिर्फ नाम नहीं है, यह देश के विकास का बड़ा विजन है. उस टेक्नोलॉजी को आम लोगों तक पहुंचाना, इस विजन का मकसद है.