गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में बोले पीएम नरेंद्र मोदी- एक दूसरे से सीख और प्रेरणा लें राज्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गृह मंत्रियों का ये चिंतन शिविर सहकारी संघवाद का एक उत्तम उदाहरण है। हर एक राज्य एक दूसरे से सीखे, एक दूसरे से प्रेरणा लें, देश बेहतरी के लिए काम करे, ये संविधान की भी भावना है और देशवासियों के प्रति हमारा दायित्व है।

चिंतन शिविर में संबोधित करते पीएम नरेंद्र मोदी
चिंतन शिविर में संबोधित करते पीएम नरेंद्र मोदी –

फरीदाबाद के सूरजकुंड में चल रहे राज्यों के गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली जुड़ गए हैं। वे कार्यक्रम से जुड़े लोगों को संबोधित कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गृह मंत्रियों का ये चिंतन शिविर सहकारी संघवाद का एक उत्तम उदाहरण है। हर एक राज्य एक दूसरे से सीखे, एक दूसरे से प्रेरणा लें, देश बेहतरी के लिए काम करे, ये संविधान की भी भावना है और देशवासियों के प्रति हमारा दायित्व है।

 गृह मंत्रियों का ये चिंतन शिविर सहकारी संघवाद का एक उत्तम उदाहरण है। हर एक राज्य एक दूसरे से सीखे, एक दूसरे से प्रेरणा लें, देश बेहतरी के लिए काम करे, ये संविधान की भी भावना है और देशवासियों के प्रति हमारा दायित्व है: प्रधानमंत्री नरेंद्र

पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले 25 साल देश में एक अमृत पीढ़ी के निर्माण के हैं। ये अमृत पीढ़ी, पंच प्राणों के संकल्पों को धारण करके निर्मित होगी। विकसित भारत का निर्माण, गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता-एकजुटता और नागरिक कर्तव्य इन पंच प्राणों का महत्व आप सभी जानते हैं।

उन्होंने कहा कि जब देश का सामर्थ्य बढ़ेगा तो देश के हर नागरिक, हर परिवार का सामर्थ्य बढ़ेगा। यही तो सुशासन है, जिसका लाभ देश के हर राज्य को समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना है। इसमें आप सभी की बहुत बड़ी भूमिका है।

पीएम मोदी ने कहा कि आज NDRF के लिए देशवासियों के मन में कितना सम्मान है। आपदा के समय जैसे ही NDRF-SDRF की टीम पहुंचती है, वैसे ही लोगों को संतोष होने लगता है कि अब एक्सपर्ट पहुंच गए हैं, अब ये अपना काम कर लेंगे।

गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में शुरू हुए दो दिवसीय चिंतन शिविर में अलग-अलग प्रदेशों के मुख्यमंत्री, गृह मंत्रियों के साथ-साथ उपराज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासक भी शामिल हुए हैं।

गुरुवार को कार्यक्रम में पहुंचे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस बल की भर्ती, प्रशिक्षण और आधुनिकीकरण, बुनियादी ढांचे में सुधार और चुनौतियों के मद्देनजर गृह मंत्रालय के साथ समन्वय बनाकर कार्य किया गया, जिससे उत्तर प्रदेश राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति में निरंतर सुधार हुआ।