शिमला (राक्टा): हिमाचल पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक केस के तार अब तक प्रदेश के 8 जिलों से जुड़ चुके हैं। इसके तहत अभी तक एसआईटी कुल 91 गिरफ्तारियां कर चुकी है। इनमें से 21 आरोपित पुलिस रिमांड पर तो 26 हवालात में बंद हैं। सूचना के अनुसार एसआईटी ने पेपर लीक केस में बाहरी राज्यों से 10 और प्रदेश से 81 गिरफ्तारियां की हैं। इनमें 15 एजैंट और बिचौलियों के साथ 63 उम्मीदवार और 3 उम्मीदवारों के पिता भी शामिल हैं। सबसे अधिक 57 गिरफ्तारियां जिला कांगड़ा के अंतर्गत चली जांच के तहत की गई हैं। इसी तरह मंडी से 3, सोलन से 19, ऊना से 1, कुल्लू से 1, बिलासपुर से 3, हमीरपुर से 4 व चम्बा से 3 गिरफ्तारी की गई हैं। सूत्रों के अनुसार बीते 27 मार्च को हुई कांस्टेबल भर्ती लिखित परीक्षा से पहले ही कुछ जिलों में लीक पेपर की फोटो स्टेट कॉपियां पहुंच गई थीं। इस मामले में गिरफ्तार कुछ आरोपी पहले भी पेपर लीक जैसे मामलों में संलिप्त रहे हैं। ऐसे में एसआईटी हर तथ्य को गंभीरता से खंगाल रही है। पुलिस विभाग के अनुसार एसआईटी ने बेहतर ढंग से जांच अमल में लाई है। इसके साथ ही समय रहते उचित कदम उठाकर महत्वपूर्ण सबूतों को नष्ट होने से रोका और आरोपियों के फरार होने से पहले उनकी धरपकड़ सुनिश्चित की है।
6 अलग-अलग टीमें जांच में जुटीं
पेपर लीक केस की जांच को एसआईटी की 6 अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं। इनमें एक इन्वैस्टीगेशन टीम का काम कर रही है। इसके साथ ही दूसरी टीम दस्तावेजों की पड़ताल में जुटी है। तीसरी टीम प्रदेश सहित बाहरी राज्यों में दबिश देकर आरोपियों की धरपकड़ में लगी है। चौथी टीम साइबर इन्वैस्टीगेशन के माध्यम से केस की तह खंगाल रही है। इसके साथ ही 5वीं टीम पूछताछ तो छठी टीम वित्तीय जांच से जुड़े पहलुओं को खंगालने में जुटी हुई है।
10.34 लाख की भारतीय करंसी बरामद
अब तक एसआईटी 10,34,900 रुपए (भारतीय करंसी) और 6000 रुपए (नेपाली करंसी) बरामद कर चुकी है। इसके साथ ही 5 कारें, 1 खाता पासबुक, 2 आधार कार्ड, 7 एटीएम, 1 उपस्थित रजिस्टर (रफ रजिस्टर), 1 विजिटर रजिस्टर, विजिटर रजिस्टर की फोटो कॉपी और 2 फोटो कॉपी आधार कार्ड, एक डायरी, एयर टिकट की फोटो कॉपी, व्हाट्सएप चैट की आईडी और स्क्रीन शॉट शामिल हैं।
137 फोन किए जा चुके जब्त
जांच टीम 137 मोबाइल फोन, 4 लैपटॉप, 1 डीवीआर, 10 हार्ड डिस्क, 1 पैन ड्राइव, 3 मैमरी कार्ड, एजैंट और संलिप्त संस्थानों से उम्मीदवारों के 10वीं और 12वीं के मूल प्रमाण पत्र तथा एक डिजिटल घड़ी बरामद की गई है।
सीबीआई को सौंपा जाएगा केस
पुलिस विभाग भर्ती पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के लिए दस्तावेज तैयार करने में भी जुटी हुई है। विभाग के अनुसार एसआईटी ने हिमाचल में और बाहरी राज्य में वैज्ञानिक और साक्ष्य पर आधारित जांच की है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि सीबीआई को जांच सौंपने की प्रक्रिया पूरी होने तक एसआईटी ही जांच करती रहेगी।
मास्टर माइंड कौन, अधिकारी खामोश
पेपर लीक केस में राष्ट्रीय पटल पर सरकार की खासी फजीहत हुई है। भले ही मामले की जांच के तहत 91 लोगों की गिरफ्तारियां कर विभाग अपनी पीठ थपथपाने का प्रयास कर रही है लेकिन इस प्रकरण का मास्टर माइंड कौन है, इसको लेकर अभी भी विभागीय अधिकारी भी खामोश हैं। ऐसे में सभी के जहन में यह सवाल बार-बार उठ रहा है कि आखिर कैसे पेपर लीक हुआ और इसका मास्टर माइंड कौन है।