केरल की एक महिला पुलिस ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए अस्पताल में मां से बिछड़े नवजात को स्तनपान कराया. इसके लिए पुलिसकर्मी को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया है.
अपनी मां से बिछड़ गया था नवजात
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जानकारी के मुताबिक 29 अक्टूबर को एक 22 वर्षीय महिला ने चेवायुर थाने में अपने बच्चे के गुम होने की शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस जांच में पता चला कि पति-पत्नी के बीच आपसी अनबन के बाद पिता नवजात को अपने साथ लेकर मौके पर फरार हो गया था. पुलिस को जानकारी मिली कि पिता बेंगलरु की ओर निकला है. ऐसे में चेवायुर पुलिस ने वायनाड पुलिस को मामले की सूचना दी.
स्तनपान कराकर बचाई जान
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सूचना पाकर वायनाड पुलिस ने सुल्तान बथेरी पुलिस के सहयोग से पिता को नवजात के साथ केरल कर्नाटक बॉर्डर पर पकड़ लिया. काफी देर तक भूखे रहने के कारण नवजात की हालत बिगड़ती जा रही थी. उसे तत्काल मां के दूध की जरूरत थी. भूख के कारण नवजात का ब्लड प्रेशर घटता जा रहा था. इसी दौरान महिला पुलिसकर्मी एम.आर. रम्या ने नवजात को स्तनपान कराकर उसकी जान बचा ली.
‘बेस्ट फेस ऑफ द पुलिस’
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इंसानियत की यह खबर जब हाई कोर्ट के जज देवन रामचंद्रन को हुई तो उन्होंने राज्य पुलिस को लेटर लिखकर रम्या को सम्मानित किए जाने की बात कही. जिसके बाद रम्या को परिवार समेत निमंत्रण देकर पुलिस हेडक्वार्टर में वरिष्ठ अधिकारियों के हाथों द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. एम.आर. रम्या को उनके इस काम के लिए विभाग ने उन्हें ‘बेस्ट फेस ऑफ द पुलिस’ के ख़िताब से नवाजा है.
पुलिसकर्मी एम.आर. रम्या कौन?
मिली जानकारी के अनुसार रम्या केरल के चिन्गापुरम की रहने वाली हैं. चार वर्ष पूर्व केरल पुलिस विभाग में उनका सिलेक्शन हुआ था. उनके दो बच्चे हैं एक चार साल का, दूसरे का अभी हाल ही जन्म हुआ है.