Porcupine Lion News: साही, 2 फुट का जानवर जिस पर जंगल का राजा शेर भी हाथ लगाने से डरता है..

Porcupine and Lion Fight Story: आपने वो कहावत तो सुनी होगी, देखन में छोटन लगे घाव करें गंभीर.. कुछ ऐसा ही जंगल में भी होता है। कुछ छोटे जानवरों के पास ऐसे हथियार होते हैं कि उससे कई गुना मजबूत और बड़े जानवर खौफ खाते हैं।

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साही और शेर की लड़ाई के मशहूर किस्से

नई दिल्ली: जंगल में कहा जाता है कि जो ताकतवर है उसका राज होता है। लेकिन कुछ मामलों में इस कहावत में ट्विस्ट भी आता है। जंगल में बड़े-बड़े ताकतवर जानवर एक दो फुटा जानवर को हाथ लगाने से डरता है। कई बार तो इस जानवर से लड़ाई में जंगल के राजा शेर को जान तक गंवानी पड़ी है। हाथी और बाघ भी इस जानवर को छूने से डरते हैं। दो फुट का यह जानवर अपने से दस गुना बड़ा और ताकतवर जानवर को अपनी पर आ जाए तो पास भी फटकने नहीं देता है।

इस जानवर का नाम है साही (Porcupine)। दो फुट के इस जानवर के शरीर पर कांटा होता है। जैसे ही इसे किसी प्रकार का खतरा महसूस होता है तो यह अपने पीठ पर इसे पूरी तरह फैला लेता है। फिर तो दुश्मन कैसा भी हो, कोई भी इससे टकरना नहीं सकता है। इसके कांटे इतने नुकीले होते हैं कि अगर पैर या शरीर में लग गए तो फिर मुश्किल होनी तय है।

साही और शेर की लड़ाई के कई किस्से हैं। कुछ में शेर जीता है लेकिन कई बार उसे हार का सामना करना पड़ा है। वैसे भी शेर या बाघ जैसे मांसाहारी जानवर साही से लड़ने का जोखिम तभी उठाते हैं जब उन्हें कुछ और खाने को न मिले। कई बार तो शिकार कम मिलने की स्थिति में शेर आदमखोर बन जाता है। साही और शेर के बीच की लड़ाई के कई वीडियो और तस्वीरें है जो इन दोनों जानवरों की बीच की लड़ाई को दिखाता है।

साही के कांटे शेर के सबसे बड़े दुश्मन होते हैं। अगर साही के पीठ पर कांटे न हो तो शेर को इस दो फुटिए जानवर के शिकार में तो वक्त ही नहीं लगेगा। साही के कांटे न केवल उसे मारक बनाते हैं बल्कि कई बार उसकी जान भी बचाने में कारगर होते हैं। शेर जैसे ही इस जानवर का शिकार करने की कोशिश करता है वैसे ही साही अपने कांटे फैला लेता है। जंगल के राजा के लिए यह छोटा शिकार उतना आसान नहीं रह जाता है जितना खरगोश या हिरण जैसे जानवर होते हैं। कई बार शेर को सफलता लग जाती है लेकिन बार तो वह बुरी तरह घायल हो जाता है। जैसे ही शेर साही पर हमले की कोशिश करता है वो पीठ पर कांटे फैला देता है। ऐसे में शेर का मुंह या पंजा बुरी तरह जख्मी हो जाता है। जख्मी होने के बाद शेर शायद ही दोबारा हमले की कोशिश करता है। कई ऐसे मामले हैं जब शेर या तो बुरी तरह घायल हुआ है या फिर उसकी मौत हो गई है। तो साही पर ये कहावत बिल्कुल सटीक बैठती है कि देखन में छोटन लगे घाव करे गंभीर..