चंबल लिटरेरी फेस्टिवल के तीसरे साल का आयोजन चंबल-यमुना के दोआबा में राष्ट्रकवि शिशुपाल सिंह भदौरिया ‘शिशु’ के जन्मस्थली पर आगामी 3-4 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा। दो दिवसीय साहित्य और संस्कृति का समागम कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया महाविद्यालय, कामेत, उदी परिसर में होगा।
चंबल लिटरेरी फेस्टिवल में इतिहास, साहित्य और कलाओं को समेटे यहां के सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक बदलावों पर हुए लेखन पर विमर्श और उनका मूल्याकंन होगा। इस साहित्य महाकुंभ से चंबल अंचल में पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। बगावत का उद्गम स्थल चंबल ने जहां सदियों से अपनी छाप छोड़ी है, वहीं वैश्विक साहित्य और विचार को प्रेरित किया है। चंबल की समृद्ध साहित्यिक विरासतों पर विभिन्न विषयों पर चर्चा सत्र का आयोजन होना लाजिमी है। इसमें लेखन, संगीत, पेंटिंग, फिल्म, वास्तुकला पर व्याख्यानों, सेमिनारों, कार्यशालाओं, चर्चा सत्रों के जरिये चंबल साहित्य को बढ़ावा देने के लिए लेखक, दार्शनिक, विचारक और कलाकार मंथन करेंगे।