मशोबरा ब्लाॅक के अंतिम छोर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पीरन में बीते दो वर्षों से प्रवक्ताओं के दो पद रिक्त होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा अनेकों बार प्रस्ताव पारित करके विभाग व सरकार को भेजे गए हैं, लेकिन आजतक इन पदों को भरने के बारे में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिसके चलते अभिभावकों में रोष व्याप्त है। हालांकि वर्तमान में इस स्कूल में विभिन्न श्रेणी के कुल पांच पद रिक्त पड़े है। बीते कई वर्षों से स्कूल में कंप्यूटर टीचर न होने से आईटीसी लैब धूल फांक रही है।
आलम यह है कि स्कूल में शौचालय का अभाव होने से स्टाफ व बच्चों को बाहर खुले में जाना पड़ रहा है। स्वच्छता अभियान के सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। एसएमसी अध्यक्ष नीरज ठाकुर ने बताया कि रिक्त पड़े पदों को भरने का मामला सरकार को भेजा गया है। स्कूल में केवल आर्टस के चार विषय पढ़ाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त साईंस और वाणिज्य की पढ़ाई करने बच्चों को सोलन या शिमला जाना पड़ता है।
दूसरी ओर किसान सभा के राज्याध्यक्ष डाॅ कुलदीप तंवर ने वर्तमान सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि केबिनेट मंत्री होने के बावजूद भी कसुंपटी निर्वाचन क्षेत्र में स्कूलों की हालत दयनीय है। हांलाकि इस निर्वाचन क्षेत्र में बीते पांच टर्म से कांग्रेस का वर्चस्व कायम है। उन्होने बताया कि वर्ष 2007 में पीरन स्कूल अपग्रेड करके वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बनाया गया था। आजतक इस पाठशाला में बच्चों के लिए वाणिज्य और साईंस विषय पढ़ने की सुविधा नहीं है। आर्टस के केवल चार विषय पढ़ाए जाते हैं, जिसके लिए स्कूल में दो प्रवक्ताओं के रिक्त पद होना दुर्भाग्य पूर्ण है।
डाॅ तंवर ने खेद प्रकट करते हुए कहा कि आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी पीरन स्कूल में आधारभूत सुविधाओं का अभाव है। जिसके चलते इस स्कूल से आजतक कोई भी विद्यार्थी मेरिट में न आने के अतिरिक्त खेल व सांस्कृतिक गतिविधियों में राज्य अथवा राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान नहीं बना सका। आईटी युग होने पर भी इस स्कूल से कंप्यूटर शिक्षा नहीं दी जाती है।
डाॅ कुलदीप तंवर ने सरकार से मांग की है कि पीरन स्कूल में तुरंत प्रवक्ताओं सहित अन्य पदों को भरा जाए ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो। उप निदेशक उच्चतर शिक्षा शिमला राजेश महाजन ने बताया कि सरकार द्वारा शिक्षकों के पदों के भरने की प्रक्रिया जारी है और पीरन स्कूल में रिक्त पड़े पदों को शीघ्र भरा जाएगा ।