खराब सड़क के कारण मायड़ घाटी में फंसी आलू की फसल

खराब सड़क के कारण मायड़ घाटी में फंसी आलू की फसल

-जनजातीय जिला लाहौल की मयाढ़ घाटी के किसानों की आलू की फसल पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। ये संकट न तो खराब मौसम के कारण है और न ही फसल पर किसी बीमारी ने हमला किया है। किसानों की आलू की फसल पर इस बार संकट का कारण बना है लोक निर्माण विभाग का गलत सर्वे ओर ऐसा कारनामा जिसने घाटी के किसानों की रातों की नींद जहां उड़ा डाली है। वहीं उनकी लाखों रुपए की फसल को भी खतरे में डाल दिया है। उदयपुर से मयाढ़ घाटी जाने वाली सड़क करपट के पास ऐसे तरीके से बना दी गई है, जिसमें न तो आलू की फसल से लदे ट्रक चल पा रहे हैं और न ही एचआरटीसी की बस खराब मौसम में अपने गंतव्य तक पहुंच पा रही है। लिहाजा घाटी के ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली व भ्रस्टाचार पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जब मयाढ़ घाटी से बोरियों से लदा ट्रक जब उदयपुर की तरफ आ रहा था तो वे भी करपट में पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई गई सड़क के सरपीले मोड़ो और खड़ी चढ़ाई पर ऐसा फंसा की न तो यह ट्रक इस सड़क की चढ़ाई को चढ़ पाया और न ही यहां से अन्य वाहनों को गुजरने का रास्ता बच सका। देखते ही देखते यहां गाड़ियों का एक लंबा ट्रैफिक जाम लग गया जिसमें दर्जनों राहगीर भी बीच रास्ते में फंस गए। इस बीच जब ट्रक चालक से बात की गई तो उसका कहना था कि वे मंगलवार रात से ही यहां पर फंसा हुआ है। विभाग के अधिकारियों को सड़क की खस्ताहाल और बेतरतीब तरीके से सड़क बनाने के कारण आ रही दिक्कत के बारे में जब उन्होंने बताया तो उन्होंने भी समस्या को नजरअंदाज करते हुए उनकी किसी भी तरह की मदद नहीं की। जिस कारण ये जाम बुधवार को भी दिन भर लगा रहा। मायड के स्थानीय निवासी गोपाल शाशनी का कहना है कि सरकार और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की नलायकी के चलते आज मयाढ़ घाटी के किसान अपनी आलू की फसल को भी घाटी से बाहर भेज नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर करपट के पास सड़क को सीधा बना दिया जाता थो यहां आसानी से गाड़ियां गुजर सकती थी लेकिन विभाग के अधिकारियों ने राजनीतिक दबाव व कुछ भाजपा के लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए इस सड़क को इस तरीके से बनाया की अब इस सड़क पर सामान से लदे ट्रक चल ही नहीं पा रहे हैं वहीं एचआरटीसी की बस भी खराब मौसम में यहां हांफ जाती हैं। उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान के लिए उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से कई बार संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने उनका फोन तक नहीं उठाया। पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि सरकार और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों द्वारा की गई में मयाढ़ घाटी की अनदेखी आज लोगों पर भारी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि जिस सड़क को आसानी से सीधा बनाया जा सकता था उस सड़क को विभाग ने इस तरफ पहाड़ी से घुमाया की सड़क की जहां लाइनमेंट ही बदल दी वहीं अब यहां वाहनों को चलाना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि इस ट्रैफिक जाम में जहां देश विदेश से मयाढ़ घाटी घूमने पहुंचे पर्यटक फंसे हैं। वहीं घाटी के किसानों की आलू की फसल भी फंस गई है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि मयाढ़ घाटी के किसानों कि इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए और सड़क को नए तरीके से सीधा बनाया जाए।