Pradosh Vrat Kab hai प्रदोष व्रत के संग शिवरात्रि का शुभ संयोग, मनोकामना पूर्ति के लिए इस विधि से करें भोलेनाथ की पूजा

हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। ये व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस बार 21 दिसंबर बुधवार को प्रदोष व्रत है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। आइए जानते हैं प्रदोष से जुड़े खास उपाय।

 
pradosh-vrat

अपना यह राशिफल हर दिन ईमेल पर पाने के लिए क्लिक करें – सब्सक्राइब करेंक्लिक करे

साल का आखिरी प्रदोष व्रत 21 दिसंबर को है। भगवान शिव की पूजा और आराधना को समर्पित प्रदोष का व्रत हर माह शुक्‍ल पक्ष और कृष्‍ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। साल के आखिरी महीने का आखिरी प्रदोष व्रत 21 दिसंबर को है। साल के आखिरी प्रदोष व्रत पर पूजा कैसे करें और इस दिन क्या उपाय करने से आपका भाग्योदय हो सकता है, आइए जानते हैं।

प्रदोष व्रत पर करें ये उपाय
सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद तांबे के लोटे से सूर्यदेव को जल चढ़ाएं। पानी में आकड़े के फूल जरूर मिलाएं। आंकड़े के फूल भगवान शिवजी को विशेष प्रिय हैं। ये उपाय करने से सूर्यदेव सहित भगवान शिवजी की कृपा भी प्राप्‍त होती है और मनोकामना भी पूरी होती है।मासिक शिवरात्रि पर करें ये उपाय

  • मासिक शिवरात्रि कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को आती है। उस दिन जिसके घर में आर्थिक कष्ट रहते हैं वो संध्या के समय जप-प्रार्थना करें एवं शिवमंदिर में दीप-दान करें। रात को 12 बजे जागकर थोड़ी देर जप करें और श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से आर्थिक परेशानी दूर हो जाएगी।
  • मासिक शिवरात्रि के दिन के दिन शाम को जिस वक्‍त दिन ढल रहा हो उस समय एक दिए पर पांच लंबी बत्तियां शिवलिंग के आगे जलाकर रखना। बैठकर भगवान शिव के नाम का जप करें। इससे व्यक्ति के सिर से कर्ज का बोझ उतरता है। आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं।