रेल यात्रा के दौरान बहुत से किन्नर देखने को मिलते हैं. बोगी में इनकी एंट्री होते ही अधिकतर लोग या तो इन्हें घृणा की नजर से देखते हुए मुंह बना लेते हैं, या इनकी चाल ढाल और बोलने के ढंग को देखते हुए डर जाते हैं. लेकिन हम ये भूल जाते हैं कि ये भी इंसान हैं और इनके अंदर भी दयाभाव होता है. इस बात का ताजा उदाहरण एक चलती ट्रेन में देखने को मिला है.
किन्नरों ने की गर्भवती महिला की मदद
Representational Photo
दरअसल, ये घटना बिहार की है, जहां चलती ट्रेन में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया. रेल यात्रा के बीच में ही महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. महिला को दर्द में तड़पते देख कर भी उसकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया. ऐसी स्थिति में ट्रेन में मौजूद किन्नर, महिला के लिए देवदूत बनकर आगे आए. इसके बाद कोई अन्य रास्ता न देखते हुए किन्नरों ने ट्रेन के टॉयलेट में ही महिला की डिलीवरी करवाई. अच्छी बात ये रही कि डिलीवरी के बाद मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. अब इस घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि किन्नर बच्चे को गोद में लिए हुए हैं.
पति लगाता रहा मदद की गुहार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये मामला बिहार के जमुई जिले का है. बताया जा रहा है कि 16 जनवरी को शेखपुरा जिले की रहने वाली गर्भवती महिला अपने पति के साथ हावड़ा से लखीसराय जाने के लिए हावड़ा-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन में सवार हुई. ट्रेन जसीडीह रेलवे स्टेशन से चली ही थी कि महिला प्रसव पीड़ा से कराहने लगी. बताया जा रहा है कि पत्नी को दर्द से तड़पता देख शख्स ने ट्रेन में मौजूद लोगों से मदद मांगी लेकिन कोई भी महिला की मदद के लिए आगे नहीं आया.
दर्द बढ़ता जा रहा था और इसके साथ ही महिला कि स्थिति भी बिगड़ती जा रही थी. जब शख्स अपनी पत्नी के लिए मदद मांग रहा था, उसी दौरान ट्रेन सिमुलतला रेलवे स्टेशन पहुंची और किन्नरों की एक टोली ने यात्रियों से पैसे मांगने के लिए कोच में प्रवेश किया.
किन्नरों ने कराई डिलीवरी
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महिला को प्रसव पीड़ा में तड़पता देख किन्नरों का दिल पिघल गया और वे उसकी मदद के लिए आगे आईं. किन्नरों ने महिला को उठाया और ट्रेन के वॉशरूम में ले गईं. किन्नरों का प्रयास सफल रहा और कुछ देर बाद वहीं महिला ने एक बेटे को जन्म दिया. अच्छी बात ये है कि महिला और बच्चा स्वस्थ और सही सलामत हैं. दोनों को अच्छी स्थिति में देखने के बाद किन्नरों और ट्रेन में मौजूद बाकी यात्रियों ने राहत भरी सांस ली. सभी ने किन्नरों के लिए जोरदार तालियां बजाई.
किन्नरों ने बच्चे को अपना आर्शीवाद देते हुए महिला के पति से आर्थिक मदद के बारे में भी पूछा. कुछ समय बाद झाझा रेलवे स्टेशन पर सभी किन्नर उतर गए. किन्नरों के इस प्रयास की अब हर तरफ चर्चा हो रही है.