Pregnant women standing in queues for hours were not treated

घंटों कतारों में खड़ी रही गर्भवती महिलाऐं नहीं हुआ इलाज

सोलन के सरकारी अस्पताल में  गायनी  डाक्टर अपनी सेवाएं देते हुए  कोरोना की चपेट में आ गए |  जिसकी वजह से  एहतियातन कदम  उठाते हुए चिकित्स्क  को आइसोलेट कर दिया गया है  | लेकिन आज सुबह से ही गायनी वार्ड के बाहर , इस बात से बेखबर  महिलाओं की भीड़ लगनी आरम्भ हो गयी थी  | यह भीड़ समय के साथ साथ बढ़ती चली जा रही थी  | लेकिन अस्पताल प्रशासन के अधिकारियों ने यह ज़हमत भी नहीं उठाई कि वह  अस्प्ताल में  इलाज करवाने आई गर्भवती महिलाओं को यह सूचना देते कि उनको आज चिकित्स्क उन्हें  मिल पाएंगे या नहीं | यही वजह रही कि जानकारी की कमी से वहां गर्भवती महिलाऐं घंटों खड़ी रही और उन्हें बहुत सी असुविधाओं का सामना करना पड़ा | 
 महिलाओं ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि उन्हें अस्तपाल आ कर पता चला कि गायनी डॉक्टर कोरोना संक्रमित है | ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की यह जिम्मेदारी थी कि वह अस्पताल में किसी अन्य चिकित्स्क का प्रबंध करते | उन्होंने कहा कि अगर वह प्रबंध नहीं कर सकते थे तो कम से कम वह यह सूचना तो दे सकते थे कि उन्हें अस्पताल में गायनी  चिकित्स्क नहीं मिलेंगे या वह कब मिल पाएंगे | उन्होंने कहा कि यहाँ वह सुबह से आए है और संक्रमण का भी इतना ज़्यादा खतरा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी यहाँ न  उचित व्यवस्था और न ही उचित प्रबंध  कर पा रहे हैं  जिसकी वजह से दूर दराज़ क्षेत्र से आई महिलाओं को बेहद दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है |