Congress Plan For Gujrat And Himachal Pradesh: कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ मॉडल से हिमाचल और गुजरात को फतह करने का प्लान बनाया है। छत्तीसगढ़ की न्याय योजना को घोषणा पत्र में शामिल करवाया गया है। छत्तीसगढ़ के नेता दोनों राज्यों में जा रहे हैं और अपने विकास मॉडल का जिक्र कर रहे।
रायपुर: गुजरात और हिमाचल (gujrat and himachal elections) में चुनावी मैदान सज गया है। सिर्फ बिगुल बजने का ऐलान है। दोनों राज्यों में कांग्रेस जोरशोर से तैयारी में जुटी है। हिमाचल चुनाव की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के कंधों पर है। ऐसे में छत्तीसगढ़ मॉडल की झलक भी यहां देखने को मिलेगी। सीएम भूपेश बघेल ने इस बार हिमाचल चुनाव में छत्तीसगढ़ की न्याय योजना को घोषणा पत्र में शामिल करवाया है। इसके साथ ही गुजरात चुनाव में छत्तीसगढ़ के मंत्रियों को जिम्मेदारी है। वहां भी छत्तीसगढ़ मॉडल की झलक दिखेगी। कांग्रेस यहां भी घोषणा पत्र में न्याय योजना को शामिल कर सकती है।
दोनों राज्यों में छत्तीसगढ़ से चुनाव प्रचार के लिए जा रहे लोग न्याय योजना का जिक्र कर रहे हैं। साथ ही उसके फायदे भी गिना रहे हैं। छत्तीसगढ़ में न्याय योजना की वजह से लोगों की जिंदगी में खुशहाली आई है। साथ ही इस योजना का काट बीजेपी के पास नहीं है। कांग्रेस छत्तीसगढ़ में दिनों दिन मजबूत हो रही है। सीएम भूपेश बघेल खुद ही इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अभी इसी फॉर्म्युले से कांग्रेस गुजरात-हिमाचल में अपनी नैय्या पार करने की जुगत में लगी है।
इसके साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में गोधन न्याय योजना शुरू की है। इसमें सरकार किसानों से गोबर खरीदती है। गोबर खरीदी के कारण किसानों में आर्थिक समृद्धि आई है। सीएम अपने कार्यक्रम के दौरान इसके लाभुकों से बात करते हैं। उनसे जानने की कोशिश करते हैं कि इन योजनाओं से कैसे उनकी जिंदगी में बदलाव आया है।
क्या है न्याय योजना
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार न्याय योजना के तहत किसानों से 2500 रुपये प्रति क्विंटल धान खरीदती है। साथ ही बिजली बिल हाफ करने का वादा किया था। राजीव गांधी न्याय योजना के तहत मजदूर परिवारों को प्रति वर्ष सात हजार रुपये का भुगतान किया जाता है। साथ ही गोठनों से गोबर की खरीद की जा रही है। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। इन योजनाओं का छत्तीसगढ़ के नेता दोनों राज्यों में कर रहे हैं।