यूक्रेन संकट और ईरान के तेल के वैश्विक बाज़ार में आने में हो रही देरी के कारण अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की क़ीमत रिकॉर्ड तोड़ रही है. कहा जा रहा है कि भारत में भी इसका असर जल्द ही दिख सकता है.
पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव ख़त्म होने के बाद भारत में भी तेल के दाम 5 से 6 रुपये प्रति लीटर बढ़ सकते हैं.
अंग्रेज़ी अख़बार टाइम्स ऑफ इंडिया ने इस ख़बर को प्रमुखता से छापा है. आज के प्रेस रिव्यू में सबसे पहले यही ख़बर पढ़िए.
मामले के जानकारों ने बताया है कि सरकार में इस बात को लेकर विचार-विमर्श चल रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार के असर को कम करने के लिए कुछ सरकारी ईंधन विक्रेताओं को 5-6 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी करने की मंज़ूरी दी जाए.
इससे खुदरा विक्रेताओं को अभी तक हो रहे नुकसान की भरपाई करने में मदद मिलेगी. फ़िलहाल विक्रेताओं को 12 रुपये प्रति लीटर का घाटा झेलना पड़ रहा है.