राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को अटल टनल रोहतांग का दौरा किया। इस अवसर पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर उनके साथ उपस्थित रहे। अटल टनल मनाली को दुर्गम लाहौल-स्पीति घाटी से जोड़ती है। राष्ट्रपति ने हेलिपैड के समीप सिस्सू झील, चंद्रभागा नदी, जल प्रपात तथा घाटी की खूबसूरत वादियों में गहरी रुचि दिखाई। इस अवसर पर राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी देश की प्रथम महिला सविता कोविंद और उनकी पुत्री भी उपस्थित रही। इससे पहले, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सिस्सू हेलिपैड आगमन पर उनका राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को पारंपरिक थंका पेटिंग भेंट की।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद यहां पहुंचने वाले पहले राष्ट्रपति बने। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में अब तक कोई भी राष्ट्रपति नहीं पहुंच पाया है। उन्होंने लाहौल-स्पीति की खूबसूरती की खूब तारीफ की। राष्ट्रपति के यहां आने के चलते पांच घंटे तक टनल पर्यटकों के लिए बंद रही। कुछ देर रोहतांग की तरफ जाने वाले वाहनों को भी रोका गया। वाहनों के लिए सोलंगनाला में डंपिंग साइट, धुंधी में बीआरओ की पार्किंग में व्यवस्था की गई थी। टनल की ओर जाने वाले वाहन वशिष्ठ के समीप रोक दिए गए थे।
अटल टनल के साउथ पोर्टल पर सीमा सड़क संगठन बीआरओ, प्रोजेक्ट योजक के मुख्य अभियंता जितेंद्र प्रसाद ने अटल टनल के निर्माण और मनाली-लेह मार्ग पर भविष्य में बनने वाली अन्य महत्वपूर्ण सुरंगों के निर्माण के बारे में भी जानकारी दी। इसके उपरांत, राष्ट्रपति के प्रदेश में दो दिवसीय प्रवास के संपन्न होने पर उनको राज्यपाल, मुख्यमंत्री, तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. राम लाल मार्कंडेय, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर, मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू और प्रधान सचिव सामान्य प्रशासन, भरत खेड़ा ने मनाली के सासे हेलीपैड पर गरिमापूर्ण विदाई दी।