प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए हर कदम उठाने और एहतियात बरतने की बात कह रहे है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। जहां एक ओर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर मंडी जिला के दूसरे सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान सिविल अस्पताल सुंदरनगर में प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लग रहे है।
कोरोना की दूसरी लहर में सैंकड़ों की तादाद में हुई मौतों से अब भी सरकारी तंत्र सबक नहीं ले रहा है। बीते एक महीने से सिविल अस्पताल में डेढ़ करोड़ रूपयों की लागत से स्थापित प्रेशर स्विंग एडजॉर्शन प्लांट (पीएसए) बंद पड़ा हुआ है। इस ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के बाद से विभाग इसकी एक बार भी सर्विस नहीं कराई गई है।
ऑक्सीजन प्लांट बंद होने के कारण 150 बेड वाले नागरिक अस्पताल में जहां गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं अस्पताल प्रबंधन को भी रोजाना ऑक्सीजन के सिलेंडरों का इंतजाम करने में जुटे रहना पड़ता है।
बता दें कि देश में कविड-19 की दूसरी लहर के दौरान सबसे बड़ा संकट ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर सामने आया था। इस तरह का संकट भविष्य में दोबारा न उत्पन्न हो, इसको लेकर हिमाचल प्रदेश में पूर्व की भाजपा सरकार ने जयराम ठाकुर के नेतृत्व में सिविल अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए थे। लेकिन वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस सरकार द्वारा इस प्रकार से करोड़ों की लागत से स्थापित पीएसए प्लांट बंद होने से ये सफेद हाथी साबित हो रहे है।
नागरिक अस्पताल सुंदरनगर में स्थापित पीएसए प्लांट की क्षमता 500 एलपीएम है। इसका उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 23 दिसंबर 2021 को विधायक राकेश जम्वाल की उपस्थिति में किया था। ऑक्सीजन प्लांट के स्थापित होने से मातृ शिशु स्वास्थ्य केंद्र के भवन को कोविड डेडिकेटिड सेंटर बनाया गया था। जहां कोरोना संक्रमित उपचाराधीन मरीजों को बड़ी राहत मिली थी।
महामारी के थमने के बाद यह सुविधा अस्पताल में आने वाले अन्य मरीजों को भी मिलनी आरंभ हो गई थी। 150 बेड क्षमता वाले नागरिक अस्पताल में स्थापित पीसीए ऑक्सीजन प्लांट के माध्यम से सेंट्रलाइज्ड सिस्टम के तहत 60 बेड को जोड़ा गया है। इससे मरीज को बेड पर ही जरुरत पड़ने पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध हो जाती है। अब प्लांट के खराब होने के बाद फिर से सिलेंडरों पर निर्भर होना पड़ रहा है।
सिविल अस्पताल सुंदरनगर में स्थापित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट बीते एक महीने से बंद पड़ा हुआ है। इसके ड्रायर का स्वीच खराब हो गया है और इसको लेकर संबंधित कंपनी को जानकारी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के बाद सर्विस न होने से यह बंद हुआ है।
जल्द ही प्लांट को शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। डॉ. चमन ठाकुर ने कहा कि मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत मंडी से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवा कर मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है।