राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम गुलेरिया ने कहा कि कुपोषण मुक्त भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए सभी तक उचित पोषण पहुंचाना आवश्यक है। इस दिशा में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की भूमिका अहम है। पुरूषोत्तम गुलेरिया आज कुम्हारहट्टी में जिला स्तरीय मुख्यमंत्री सेवा संकल्प सप्ताह और राष्ट्रीय पोषण माह 2021 के अन्तर्गत आयोजित जागरूकता शिविर की अध्यक्षता कर रहे थे।
पुरूषोत्तम गुलेरिया ने कहा कि सभी को पोषण की मूल अवधारणा से अवगत करवाने तथा लक्षित वर्गों को जागरूक बनाने के उद्देश्य से सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में आयोजित किया जाता है। उन्होंने कहा कि इस अभियान का मूल उद्देश्य किशोर-किशोरी, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को निर्धारित पोषण के विषय में जागरूक बनाना तथा उन्हें उचित पोषण उपलब्ध करवाना है।
उन्होंने कहा कि कुपोषण से लक्षित वर्गों को बचाने के लिए हर वर्ष की भान्ति इस वर्ष भी महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों की सफलता के लिए जहां जन-जन का सहयोग आवश्यक है वहीं जन प्र्रतिनिधियों, स्कूल प्रबंधन समितियों, सरकारी विभागों, सामाजिक सगंठनों तथा समस्त सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की समावेशी भागीदारी भी अपेक्षित है।
पुरूषोत्तम गुलेरिया ने कहा कि पोषण माह का प्रथम संदेश पोषण वाटिका से मिलता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर उपलब्ध उत्पाद भी काफी पोषणयुक्त होते हैं और अनुसन्धानों से यह सिद्ध हुआ है कि हमारे प्रदेश में ग्रामीण स्तर पर उपलब्ध भोजन सभी प्रकार से पोषणयुक्त हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पोषाहार का नियमित सेवन करें। यह न केवल आसानी से उपलब्ध है अपितु शरीर की पोषण सम्बन्धी आवश्यकताओं की भी पूर्ति करते हैं।
उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाएं महिला सशक्तिकरण की दिशा में कारगर सिद्ध हो रही हैं। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना एवं मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के माध्यम से महिलाओं को संबल प्रदान करने का सफल प्रयास किया गया है। उन्न्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा तीन तलाक जैसी कठोर प्रथा को समाप्त करना देश की महिलाओं को आत्सम्मान प्रदान करने की दिशा में बड़ा कदम है।
राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं तथा आशा कार्यकर्ताओं ने कोविड-19 संकट के समय में अत्यन्त सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने आशा जताई कि यह समूह भविष्य में भी कर्मठता एवं ईमानदारी के साथ कार्यरत रहेंगे।
मुख्यातिथि ने इस अवसर पर पोषाहार प्रदर्शनी का अवलोकन किया और प्रदर्शित स्थानीय पोषाहार में गहरी रूचि दिखाई। उन्होंने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत स्थापित जागरूकता पट्ट पर हस्ताक्षर भी किए।
इस अवसर पर अन्न प्राशन्न, गोद भराई की रस्म भी सम्पन्न करवाई गईं।
एक बूटा बेटी के नाम के तहत पौधरोपण भी किया गया। इस अवसर पर बालिका सम्मान वाटिका में भी पौधरोपण किया गया।
इस अवसर पर पोषण के महत्व को दर्शाता रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
पाक कला प्रतियोगिता एवं पोषण रंगोली प्रतियोगिता कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहे। इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को इस अवसर पर सम्मानित भी किया गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेन्द्र तेगटा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी प्रदान की। वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सीमा गुप्ता ने पोषण में आयुष की भूमिका पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर भाजपा मंडल कसौली के अध्यक्ष कपूर सिंह वर्मा, ग्राम पंचायत चेवा की प्रधान सुमन देवी, ग्राम पंचायत बड़ोग के प्रधान सुनील कुमार, बीडीसी सदस्य किरण, ग्राम पंचायत चेवा के उप प्रधान संजय कुमार, छावनी परिषद डगशाई के पार्षद राकेश शर्मा, पूर्व बीडीसी सदस्य सुरेन्द्र शर्मा सहित आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक, कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं इस अवसर पर उपस्थित थीं।