देश की बेटी सरगम कौशल ने मिसेज वर्ल्ड 2022 का खिताब अपने नाम कर लिया है. इसके साथ ही 21 साल बाद ये खिताब भारत लौटा है. जम्मू की सरगम की इस सफलता पर न केवल उनका परिवार खुश है, बल्कि इसके साथ ही पूरा जम्मू-कश्मीर गौरवान्वित महसूस कर रहा है. बेटी की उपलब्धि पर माता-पिता की आंखों में खुशी के आंसू छलक रहे हैं.
नौ सैनिक की पत्नी हैं सरगम
जम्मू के बाहु फोर्ट में सरगम के माता पिता का घर है और अब उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. सरगम पेशे से शिक्षिका हैं और उनके पिता जीएस कौशल बैंक आफ इंडिया में चीफ मैनेजर रह चुके हैं. उनकी इस सफलता पर उनके पिता ने बताया कि सरगम की मेहनत रंग लाई है. सरगम की शिक्षा के क्षेत्र में विशेष रुचि है. वह चाहती हैं कि शिक्षकों का पुराना सम्मान लौटना चाहिए. वह अभी अमेरिका में है. बेटी के जनवरी में जम्मू आने की योजना है. उसके पति नौ सेना में हैं. उनकी ड्यूटी मुंबई में है.
इससे पहले जीता था मिसेज इंडिया वर्ल्ड 2022
इससे पहले सरगम मिसेज इंडिया वर्ल्ड 2022 रह चुकी हैं. इस मौके पर सरगम ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि वह दिसंबर में अमेरिका में होने वाली मिसेज वर्ल्ड प्रतियोगिता के लिए चुनी गई हैं. इसकी तैयारियों में जुटी हुई हैं. पिता ने कहा कि मिसेज इंडिया वर्ल्ड 2022 का खिताब जितने के बाद सरगम जम्मू आई थीं. उन्होंने अपनी सफलता के लिए पति लेफ्टिनेंट आदित्य मनोहर शर्मा को श्रेय दिया था.
शादी के बाद लिया फैसला
कमाल की बात ये रही कि, एक तरफ जहां सफलता के शिखर पर पहुंचने के बावजूद कई महिलाएं शादी के बाद अपने करियर को छोड़ देती हैं, वहीं 32 साल की सरगम कौशल ने 2018 में अपनी शादी होने के बाद ब्यूटी पेजेंट जीतने का प्रण लिया था. जब उन्होंने फैसला ले लिया उसके बाद वह मुंबई आकर माडलिंग करने लगीं. इसके बाद उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया. वह मिसेज इंडिया में भी पार्टिसिपेट कर चुकी हैं.
गर्व की बात ये है कि सरगम कौशल ने जिस मिसेज वर्ल्ड का खिताब अपने नाम किया है वह 21 साल बाद भारत को वापस मिला है. इस मुकाबले में दुनियाभर के 63 देशों की महिलाओं ने हिस्सा लिया था, जिनमें से सरगम कौशल ने जीत हासिल की है.
21 साल बाद भारत वापस आया ताज
मिसेज इंडिया पेजेंट के ऑफिशियल इंस्टाग्राम हैंडल पर इसकी अनाउंसमेंट की गई है. यहां क्राउनिंग मोमेंट की एक झलक शेयर करते हुए एक वीडियो पोस्ट की गई और कैप्शन में लिखा गया कि, लंबा इंतजार अब खत्म हुआ. 21 सालों बाद हमारे पास ये क्राउन वापस आ चुका है.
रगम से पहले 2001 में डॉ. अदिति गोवित्रीकर ने ये खिताब जीता था. इस पुरस्कार की जूरी पैनल में अभिनेत्री सोहा अली खान, विवेक ओबरॉय और मोहम्मद अजहरुद्दीन शामिल थे. अदिति ये क्राउन जीतने वाली पहली भारतीय महिला थीं. अदिति एक एक्ट्रेस के रूप में भेजा फ्राई, दे दना दन, स्माइल प्लीज जैसी कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं.
कब हुई मिसेज वर्ल्ड की शुरुआत?
मिसेज वर्ल्ड विवाहित महिलाओं की पहली सौंदर्य प्रतियोगिता है. पेजेंट की कल्पना 1984 में की गई थी और इसकी जड़ें मिसेज अमेरिका पेजेंट से जुड़ी हैं. शुरुआत में इस पेजेंट को मिसेज वुमन ऑफ द वर्ल्ड का नाम दिया गया था. इसे 1988 में ही मिसेज वर्ल्ड के रूप में जाना जाने लगा. पिछले कुछ वर्षों में, मिसेज वर्ल्ड ने 80 से अधिक देशों की महिलाओं ने हिस्सा लिया है, जिनमें सबसे अधिक विजेता अमेरिका के हैं.