सुनील छेत्री ने भारत में फुटबॉल को एक अलग पहचान दिलाई. ऐसा कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि भारतीय फुटबॉल के इस दिग्गज खिलाड़ी ने अपनी प्रतिभा से देश में इस खेल की लोकप्रियता को बढ़ाने में मदद की. इससे पहले सभी सिर्फ क्रिकेट पर ही बात करते थे, लेकिन आज सुनील छेत्री के अनगिनत फैंस हैं. पूरी दुनिया में इस भारतीय फुटबॉल को सलाम करती है. हाल ही में 38 वर्षीय सुनील छेत्री को फीफा ने सम्मानित करते हुए उन पर एक डॉक्यूमेंट्री जारी की है, जिसमें उन्हें दुनिया के सबसे बड़े फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक बताया है.
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कैप्टन फैंटास्टिक सुनील छेत्री
सुनील छेत्री, रोनाल्डो और मेसी के बाद सबसे ज्यादा इंटरनेशनल गोल करने वाले खिलाड़ी हैं. फीफा ने सुनील छेत्री की डॉक्यूमेंट्री को ट्वीट कर लिखा, ‘रोनाल्डो और मेसी के बारे में आप सभी जानते हैं, अब तीसरे सबसे अधिक स्कोर करने वाले सक्रिय पुरुष अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी की कहानी जानें. कैप्टन फैंटास्टिक अब फीफा प्लस पर उपलब्ध है.’
फीफा द्वारा सुनील छेत्री को मिला यह सम्मान भारत के नजरिए से बेहद खास है. इससे इस खेल में युवाओं की रूचि बढ़ेगी. फीफा की डॉक्यूमेंट्री में सुनील के 20 साल से शुरू करियर से अब तक की पूरी कहानी है. इस डॉक्यूमेंट्री का नाम कैप्टन फैंटास्टिक है.
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कई अवार्ड्स से नवाजा जा चुका है
3 अगस्त 1984 को सिकंदराबाद में जन्में सुनील छेत्री ने अब तक इंटरनेशनल फुटबॉल में 84 गोल दाग चुके हैं. इस मामले में पहले नंबर पर क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने अब तक 117 और लियोनल मेसी 90 गोल के साथ दूसरे नंबर पर बने हुए हैं. वहीं मेसी तीसरे नंबर पर हैं. उनके पिता सेना में थे. वे भी एक फुटबॉल खिलाड़ी थे. उनकी मां सुशीला भी नेपाल की राष्ट्रीय टीम से फुटबॉल खेल चुकी हैं. सुनील को यह खेल विरासत में मिला, आज वो देश व दुनिया में एक बड़ा नाम हैं.
sunil chhetri
2011 में सुनील को अर्जुन आवार्ड और 2019 में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है. इसके साथ ही साल 2021 में खेल रत्न से भी नवाजा जा चुका है. अब फीफा के द्वारा यह सम्मान भी गौरव की बात है.