सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में खुलासा हुआ है कि रेकी करने वाले संदीप केकड़ा को पता ही नहीं था कि हत्यारे सिद्धू का कत्ल कर देंगे. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि ‘हत्यारों ने उससे कहा था कि मूसेवाला की सिर्फ पिटाई की जाएगी. जिस दिन वह रेकी करने मूसेवाला के घर पहुंचा था, उसने इसकी जानकारी कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ को दी थी. हत्या के दिन रेकी के दौरान उसकी गोल्डी बराड़ के साथ 11 बार बात हुई थी.’
केकड़ा का दावा है कि उसे नहीं पता था कि गोल्डी बराड़ एक खतरनाक गैंगस्टर था. पुलिस की पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि जब शूटर्स को कोरोला गाड़ी सौंपी गई थी तो उसमें 3 लाख रुपए और दो डोंगल भी डैश बोर्ड में रखे थे. कार में घातक हथियार भी मौजूद थे. हालांकि केकड़ा का दावा है कि उसने ही शूटरों को कोरोला कार के पास छोड़ा था, लेकिन उसे यह तब भी नहीं पता था कि वे सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करने जा रहे हैं.
महाराष्ट्र के शूटर्स को दिए थे 3.5 लाख
उधर दिल्ली पुलिस ने मामले में 6 शॉर्प शूटर्स की पहचान का दावा किया है. दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ में विशेष पुलिस आयुक्त एचएस धालीवाल ने मीडिया को बताया कि गायक की मौत एक संगठित और निर्मम हत्या थी. उन्होंने बताया कि आरोपी महाकाल से संयुक्त पूछताछ में पता चला है कि महाराष्ट्र मॉड्यूल के दो शूटर्स संतोष जाधव और नवनाथ सूर्यवंशी को 3 लाख 50 हजार रुपए दिए गए थे.
6 शूटर्स की पहचान
धालीवाल ने कहा कि पुलिस ने संदिग्धों की आठ तस्वीरें जारी की हैं और उनमें से छह की पहचान शूटर्स के रूप में की गई है. इस हत्याकांड में चार की भूमिका साबित हो गई है. इससे पहले दिल्ली पुलिस ने यह भी दावा किया था कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई हत्या के पीछे का मास्टरमाइंड था.
इस सप्ताह की शुरुआत में शूटर्स से संबंधित एक आरोपी सिद्धेश हीरामन कांबले उर्फ महाकाल को महाराष्ट्र पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम के तहत पुणे से गिरफ्तार किया गया था.