होली मेले पर आयोजित दूसरी सांस्कृतिक संध्या पंजाबी लोक गायक मनकीरत औलख के नाम रही। इस दौरान नगरपरिषद मैदान में लगे मंच पर मनकीरत औलख के गीतों पर पूरा शहर देर रात तक झूमता रहा। रात 10 बजे तक चले कार्यक्रम में एक के बाद एक पंजाबी गीतों के प्रस्तुति पर भीड़ जमकर थिरकी।
विशेषकर पंजाबी गायक मनकीरत औलख का जादू युवाओं के सिर चढ़कर बोला। हुजूम में से वंस मोर-वंस मोर की आवाज लगातार गूंजती रही। भांगड़ा पर भी दर्शक खूब झूमे। इस कार्यक्रम का शहर में कई दिनों से व्यापक प्रचार प्रसार चल रहा था। फलस्वरूप आयोजन स्थल पर शाम से ही भ़ी उमडऩे लगी थी। शाम आठ बजे तक पूरा पंड़ाल खचाखच भर चुका था। खचाखच भरे नगरपरिषद मैदान में जब पंजाबी गायक मनकीरत औलख पहुंचे तो पूरा पंडाल जोश से लबरेज हो गया।
मंच पर पहुंचे मनकीरत औलख ने शहरवासियों का अभिवादन तो तालियों की गडग़ड़ाहट से मैदान गूंज उठा। पंजाबी गायक ने जब अपने लोकप्रिय गीतों की प्रस्तुति देनी शुरु की तो हर कोई खुद को थिरकने से नहीं रोक पाया। इस दौरान बेहद पसंदीदा गैंगलेंड और दांग गीतों पर युवाओं ने जमकर डांस किया। इसके बाद पंजाबी गायक ने अपनी एलबम बदनाम, गल्ला मीठिया, चूढें वाली बाह, कदर, कमली, दारु पीनी बंद कर दी जैसे गीत सुनाकर हर किसी मंत्रमुग्ध कर दिया।
होली मेले की दूसरी संध्या के मुख्य अतिथि डीसी सिरमौर रामकुमार गौतम रहे वही वशिष्ट अतिथि के रूप में एसडीएम पांवटा विवेक महाजन उपस्थित रहे। इस दौरान मैदान हजारों की तेदात में लोग पंजाबी गायक को सुनने पहुंचे। भीड़ बेकाबू होने पर पुलिस को थोड़े बल का भी प्रयोग करना पड़ा।