कतर (Qatar) में इन दिनों फुटबॉल के महाकुंभ फीफा वर्ल्ड कप (FIFA World Cup 2022) का आयोजन हो रहा है। लेकिन यह वर्ल्ड कप और कतर फुटबॉल के अलावा कई और वजहों से भी खबरों में हैं। बीयर और बाकी चीजों को बैन करने के बाद अब कतर ने फुटबॉल वर्ल्ड कप की आड़ में इस्लाम का प्रचार करना भी शुरू कर दिया है।
दोहा: पश्चिमी एशिया के अहम इस्लामिक देश कतर में इस समय फुटबॉल वर्ल्ड कप का आयोजन हो रहा है। दुनिया भर से टीमें और फुटबॉल के प्रेमी यहां पहुंच रहे हैं। कतर अब खेल के इस महाकुंभ के जरिए इस्लाम का प्रचार करने में लग गया है। यह खबर ऐसे समय में आई है जब कतर की सरकार पहले ही भारत में प्रतिबंधित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को इनवाइट करने को लेकर आलोचना के घेरे में है। फीफा वर्ल्ड कप में जाकिर नाइक की मौजूदगी ने भारत और कतर के बीच नया विवाद पैदा कर दिया है। अब इस्लाम के प्रचार की खबरों से उसका सिरदर्द और बढ़ सकता है। कतार सांस्कृतिक गांव मस्जिद जिसे दोहा में स्थापित किया गया है, वह इस समय ऐसे वर्ल्ड कप फैंस के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है जो इस्लाम के बारे में जानना चाहते हैं।
इस्लाम का प्रपोगेंडा
कई लोगों का कहना है कि कतर वर्ल्ड कप की आड़ में वह खेल खेलने में लगा है जो इस्लामिक प्रपोगेंडा से जुड़ा है। इस्लाम के बारे में इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड्स 30 भाषाओं में लगे हैं। इन बोर्ड्स को एंट्री गेट पर इस तरह से लगाया गया है कि विजिटर्स को फोन से इन्हें देख सकें। साथ ही इस्लाम के बारे में बताने वाली बुकलेट्स भी अलग-अलग भाषाओं में छपी है और इन्हें लोगों के बीच बांटा जा रहा है।
देश में इस्लामिक मामलों पर बने मंत्रालय की तरफ से भी एक पैवेलियन बनाई गई। इस पैवेलियन का मकसद फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान लोगों को इस्लाम और इसकी बातों के बारे में बताना है। वर्ल्ड कप फैंस को वर्ल्ड कप के दौरान पैंगबर मोहम्मद के शब्दों, उनके कामों और आदतों के बारे में बताया जा रहा है। इन बातों को सड़कों के किनारे दीवारों पर लिखा गया है।
बीयर पर लगाया बैन
कतर पिछले 12 सालों से वर्ल्ड कप की तैयारियां कर रहा था। फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान कतर ने बीयर की बिक्री भी बैन कर दी है। सड़कों से लेकर होटल्स और स्टेडियम्स तक का निर्माण किया गया ताकि फैन्स को नय अनुभव दिया जा सके। साथ ही एक नया सबवे सिस्टम भी लॉन्च किया गया। लेकिन वर्ल्ड कप शुरू होते ही अथॉरिटीज ने स्टेडियम में बीयर या एल्कोहल की बिक्री को बैन कर दिया। स्टेडियम में सिर्फ नॉन-एल्कोहलिक ड्रिंक्स की बिक्री की मंजूरी दी गई है। कतर में इस्लाम के नियमों के तहत एल्कोहल बैन है। लेकिन 21 साल से ज्यादा के युवा रेस्टोरेंट्स और बार में खरीद सकते हैं। हालांकि सार्वजनिक तौर पर शराब पीना एक अपराध है।