पंजाब में उग्रवाद के समय में कई सीखों को गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन अभी तक उन बंदी सीखों को आज़ाद नहीं किया गया है। उन्हें आज़ाद करने के लिए पंजाब में काफी समय से कौमी इंसाफ मंच संघर्षरत है। अपने संघर्ष को और बढ़ाने के लिए अब कौमी इन्साफ मंच हिमाचल में भी दस्तक दे चुका है। कौमी इन्साफ मोर्चा के सदस्य हरप्रीत सिंह सबसे पहले सोलन पहुंचे यहाँ उन्होंने अपने उदेश्यों के बारे में लोगों को जागरूक किया और उन्हें भी इस संघर्ष में साथ देने के लिए प्रेरित भी किया।
संघर्ष समिति के सदस्य हरप्रीत सिंह ने कहा कि कई सीखों ने अपनी सजा भी पूरी कर ली है लेकिन उसके बावजूद भी उन्हें रिहा नहीं किया जा रहा है। यहाँ तक कि उन्हें पे रोल भी नहीं दी जा रही है। वहीँ दूसरी और गंभीर खूंखार अपराधियों को पे रोल पर छोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले केवल दो बंदी सीखों को पेरोल पर छोड़ा गया था ,जो नाकाफी है। उन्होंने कहा कि सरकारें केवल विभिन्न कौमों को लड़ा कर राजनीति करना चाहती है। इस लिए उनके बहकावे में ना आएं। वह चाहते है कि देश के सभी नागरिक इस संघर्ष में उनका साथ दें और जो बेइंसाफ़ी सीखों के साथ हो रही है उसको खत्म करने में मदद करें।