सरकारी निशाने पर आई अडानी ग्रुप के व्यावसायिक संस्थान परवाणु में हुई रेड
सीमेंट उद्योग विवाद में सरकार का सहयोग न करने का खामियाजा अब सीमेंट उद्योग संचालको को भुगतना पड़ सकता है। ऐसा हम इस लिए कह रहे है क्योंकि सरकार ने अब इस समूह पर धीरे धीरे शिकंजा कसना शुरू कर दी है। इस ग्रुप से जुड़े अन्य व्यापारिक संस्थान पर राज्य के एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने छापेमारी की। यह छापेमारी परवाणु में व्यापारिक संस्थान पर की गई है। एक्साइज डिपार्टमेंट के साउथ एनफोर्समेंट जोन की यह कार्रवाई किराना स्टोर पर देर रात तक चलती रही। सूत्रों के अनुसार एक्साइज डिपार्टमेंट की टीम ने अडानी विल्मर लिमिटेड में स्टॉक का जायजा लिया और उनके व्यापार से संबंधित कागजात भी खंगाले।
अधिक जानकारी देते हुए साउथ जोन इंफोर्समेंट परवाणू के ज्वाइंट कमिश्नर जीडी ठाकुर ने बताया कि विल्मर लिमिटेड ने हिमाचल प्रदेश में गत वर्ष 135 करोड़ रुपये का कारोबार किया। लेकिन कंपनी ने जीएसटी का सारा इनपुट टैक्स क्रेडिट के साथ एडजस्ट किया जाना था लेकिन कम्पनी प्रबंधन द्वारा नकद भुगतान भी किया गया है । उन्होंने कहा कि कंपनी और सी एंड एफ सभी किराए के भवनों पर चल रहे है। वहीं कंपनी ने GST का सारा टैक्स इनपुट टैक्स क्रेडिट से एडजस्ट करना था . लेकिन कंपनी प्रबंधन ने नकद भुगतान भी किया है। जो नियम के विरुद्ध है। इस लिए कम्पनी में जांच की जा रही है। आवश्यक दस्तावेजों को कब्जे में लिया गया है। आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।