अग्निपथ हिंसा में रेलवे को सबसे ज़्यादा नुकसान, अकेले एक मंडल में खाक हुए 226 करोड़, जलाई गईं 7 इंजन और 50 बोगियां

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अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया ही. कहीं बसें जली तो कहीं ट्रेन. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस दौरान सबसे ज़्यादा नुकसान रेलवे को हुआ है. लगातार ट्रेनों को आग के हवाले करने के साथ ही प्रदर्शनकारियों ने काफी तोड़-फोड़ भी की है. 

पूर्वी मध्य रेलवे के दानापुर रेल मंडल ने इस हिंसा के दौरान हुई आगजनी और बाकी तोड़फोड़ को लेकर नुकसान का जो आंकड़ा बताया है वो बेहद चौंकाने वाला है. दानापुर DRM के मुताबिक, बीते तीन दिनों की हिंसा में दानापुर मंडल को तक़रीबन 226 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. 

Agnipath Protest

तीन ट्रेन और दो इंजन हुए खाक

भारतीय रेलवे को ज़ोन के साथृसाथ मंडल में भी बांटा जाता है. अब तक इंडियन रेलवे के कुल 68 मंडल बनाए गए हैं. दानापुर इसी मंडल नेटवर्क का हिस्सा है. बताया जा रहा है कि आरा और बक्सर में जो उपद्रव, आगजनी और तोड़फोड़ हुई, उससे दानापुर रेल मंडल को काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. तीन ट्रेन और दो इंजन को जलाकर राख कर दिए गयए. इसके अलावा एक ट्रैक मशीन को भी आग के हवाले कर दिया गया. 

अब तक हिंसा में 7 रेल इंजन, 50 बोगियों को आग के हवाले किया जा चुका है. हिंसा के चलते 41 एक्सप्रेस और 54 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द किया गया. यात्रियों के टिकट रिफंड में ही करीब 70 करोड़ रुपए लौटाने पड़े हैं. रेलवे सिंग्नलों को भी काफी नुकसान पहुंचाया गया है. 

HT

पटना के जिलाधिकारी चंद्र शेखर का कहना है कि दानापुर रेलवे मंडल को कितना नुकसान हुआ है, इसका आंकलन किया जा रहा है. रेलवे को जल्द ही सुचारू रूप से दोबारा शुरू किया जाएगा. कई स्थानों में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे के ट्रैक लॉक को खोल दिया है, उस क्षति भी पहुंचाई गई. ऐसे में हादसे से बचने के लिए सभी को ठीक से चेक करने के बाद ही रेलवे का संचालन शुरू होगा. बता दें कि मामले को लेकर 20 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया जा चुका है. मामले की जांच की जा रही है. जिसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी