हिमाचल में मानसून के चलते 11 जुलाई तक मौसम खराब रहेगा। मौसम विभाग ने 11 जुलाई तक बारिश को लेकर यैलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश का दौर जा रही रहेगा। वहीं 11 जुलाई के बाद मानसून के धीमा होगा और यह 20 जुलाई तक धीमा रहेगा, ऐसे में प्रदेश में बारिश के कारण हो रही दुर्घटनाओं पर रोक लगने के संभावना है। वहीं वीरवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में मौसम साफ रहा जबिक कई क्षेत्रों में हल्की बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा बारिश (70 मिलीमीटर) जतोन बैरेज में दर्ज की गई। इसके अलावा खेड़ी में 25, नाहन में 21, पांवटा साहिब में 11, कसोल में 10, सोलन में 5, चंबा व डल्हौजी में 4, चतराड़ी, कुकुमसेरी, खदराला और कोटखाई में 3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में 1 से 6 जुलाई तक सामान्य की तुलना में 57 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। बिलासपुर जिला में सर्वाधिक 139.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
पर्यटकों को एडवाइजरी जारी
सरकार ने आगामी 5 दिन तक खराब मौसम को देखते हुए स्थानीय लोगों समेत सैलानियों से नदी-नालों के समीप न जाने की अपील की है, क्योंकि कई बार पहाड़ों पर भूस्खलन इत्यादि कारणों से पानी रूक जाता है और जब वह खुलता है तो अपने तेज बहाव में सब कुछ बहाकर ले जाता है।
मानसून से 47.63 करोड़ रुपए का नुक्सान
हिमाचल प्रदेश मे पिछले 9 दिनों में मानसून के कारण हुई दुर्घटनाओं में 53 लोगों की जान चली गई है। वहीं प्रदेश को 47.63 करोड़ रुपए का नुक्सान भी मानसून के कारण हो चुका है। लोक निर्माण विभाग को सबसे ज्यादा 45 करोड़ रुपए के नुकसान का आंकलन है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार वीरवार को भी प्रदेश में 4 लोगों की मौत हुई है। इनमें 2 मौतें ऊना जिला में दीवार गिरने के कारण हुई है। वहीं एक मौत मंडी जिला में ऊंचाई से गिरने के कारण हुई है और एक मौत सिरमौर जिला में सड़क हादसे में पेश आई है।