सोलन के किसानों को काफी समय से बारिश का इंतज़ार था | करीबन पांच छे माह से बारिश नहीं हो रही थी | खेत खलियान सूखते जा रहे थे यहाँ तक की पानी के प्रकृतिक स्त्रोत भी सूखने के कगार पर थे | जिसके चलते गाँववासी फसलों को सींच नहीं पा रहे थे | उन्हें चिंता सता रही थी कि अगर समय पर बारिश नहीं होगी तो उनकी फसलें सूख सकती है और कुछ फसलों की बुआई भी बारिश के कारण अटकी पड़ी थी | लेकिन आज हुई बारिश से खेतों में नमी आ गई है | अगर इसी तरह की बारिश कुछ दिनों में और हो जाए तो यह बारिश फसलों के लिए वरदान साबित हो सकती है | किसानों ने आज हुई बारिश पर ख़ुशी जताई और कहा कि इस बारिश से किसानों को बेहद राहत मिली है |
किसानों ने ख़ुशी जाहिर करते हुए बताया कि उनकी फसलें जैसे मटर , गोभी , लहसुन जौं सरसों की बुआई नहीं कर पा रहे थे लेकिन अब इन फसलों की बुआई कर पाएंगे | उन्होंने कहा कि करीबन पांच छे माह से बारिश नहीं हो रही थी जिसकी वजह से खेत बिलकुल सूख चुके थे | नमी खेतों से खत्म हो चुकी थी | प्रकृतिक स्त्रोतों से पानी ला कर खेतों की सिंचाई कर रहे थे | लेकिन प्रकृतिक स्त्रोतों में भी पानी न के बराबर था | जिसकी वजह से उन्हें बेहद दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा था | उन्होंने बताया कि आज हुई बारिश उनके खेतों के लिए वरदान से कम नहीं है | उन्हें आस जगी है कि उनकी फसल समय पर लगेगी और उन्हें अच्छा मुनाफा देगी |