Rain Weather Update: मानसून ट्रफ को लेकर अनुमान है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत भारत के कई हिस्सों में बारिश का दौर शुरू हो सकता है। अनुमान है कि बारिश का यह सिलसिला शनिवार से जारी होगा। वहीं कुछ प्रदेशों में मौसम विभाग की तरफ से ऑरेंज और येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पूर्वानुमान एजेंसियों का कहना है कि शनिवार से कुछ दिन तक शहर में हल्की से मध्यम बारिश (Rain) होने की संभावना है। दिल्ली और उत्तर-पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में पिछले कुछ दिन में कुछ खास बारिश नहीं हुई है, क्योंकि ‘मानसून ट्रफ’ (कम दबाव वाला क्षेत्र) देश के मध्य हिस्से में व्याप्त है। ‘स्काईमेट वेदर’ में मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन प्रभाग के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि ‘मानसून ट्रफ’ (कम दबाव वाला क्षेत्र) कुछ समय के लिए उत्तरी हिस्सों की ओर बढ़ेगा और शनिवार से दिल्ली तथा अन्य क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस दौरान केवल मामूली राहत मिलने की उम्मीद है।
इसके बाद, बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में एक चक्रवाती परिसंचरण बनने के कारण इसके कमजोर पड़ने और कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है। पलावत ने बताया कि कम दबाव वाले क्षेत्र के पूरे उत्तर प्रदेश में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। इससे दिल्ली (Delhi), पंजाब (Punjab), हरियाणा, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और बिहार (Bihar) में बारिश को एक नया दौर शुरू हो सकता है।
मौसम हो गया सुहावना, हल्की बारिश से मिली राहत
दिल्ली में गुरुवार को घने काले बादल, हल्की बारिश और 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वालीं हवाओं ने मौसम को सुहावना बना दिया था। सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 31.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस था। दिल्ली के सफदरजंग, लोधी रोड, पालम, आयानगर, रिज क्षेत्र और नजफगढ़ मौसम केंद्रों में हल्की बारिश दर्ज की गई।
राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में तेज बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने राजस्थान में आगामी पांच दिनों तक अधिकतर हिस्सों में तेज बारिश की चेतावनी जारी की है। कई जिलों में मेघ गर्जन के साथ तेज बारिश का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है। विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ जिलों में कहीं-कहीं बेहद भारी बारिश जबकि डूंगरपुर, झालावाड़, उदयपुर, सिरोही जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई है। इस दौरान सर्वाधिक बारिश बांसवाड़ा के दानपुर में 201 मिलीमीटर (मिमी) दर्ज की गई।
जयपुर मौसम केंद्र के एक अधिकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक चित्तौड़गढ़ मे 37 मिमी, बारां के छबड़ा में 24 मिमी, उदयपुर में 16 मिमी, कोटा में 6.5 मिमी, डूंगरपुर में 5.5 मिमी, बांसवाड़ा में 3.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि आगामी पांच दिनों में पूर्वी राजस्थान के अधिकांश स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश जबकि कहीं-कहीं भारी बारिश दर्ज की जा सकती है। वहीं, पश्चिमी राजस्थान के कुछ स्थानों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश और 12-13 और 15 अगस्त के दौरान कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
15 अगस्त से बारिश की संभावना
उन्होंने बताया कि बंगाल की खाड़ी में 13 अगस्त से बनने वाले एक और नए कम दबाव के प्रभाव से राज्य में 15 अगस्त से बारिश की गतिविधियों में पुन: बढ़ोतरी होने की प्रबल संभावना है। विभाग ने जोधपुर, बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में और जयपुर, भरतपुर, और अजमेर संभाग के अधिकतर हिस्सों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है।
मध्य प्रदेश में बारिश को लेकर ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी
मध्य प्रदेश के अधिकांश भागों में पिछले दो दिनों से जारी भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने प्रदेश के इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम एवं जबलपुर संभागों के जिलों में आगामी 24 घंटों में कहीं-कहीं पर मूसलाधार बारिश होने को लेकर ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। इसके अलावा, आईएमडी ने प्रदेश के भोपाल एवं शहडोल संभागों के जिलों में तथा श्योपुर, छतरपुर एवं सागर जिलों में आगामी 24 घंटों में कहीं-कहीं पर भारी बारिश का पूर्वानुमान जताते हुए ‘येलो अलर्ट’ भी जारी किया है।
आईएमडी ने इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, भोपाल, शहडोल, जबलपुर, सागर, रीवा, चंबल एवं ग्वालियर संभागों के जिलों में आगामी 24 घंटों में कहीं-कहीं गरज के साथ बिजली चमकने एवं गिरने के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। ये सभी अलर्ट शुक्रवार सुबह तक प्रभावी रहेंगे।
नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रहीं
मध्य प्रदेश में पिछले दो दिन से रूक-रूक कर हो रही भारी बारिश से नर्मदा, पार्वती एवं बेतवा सहित अधिकांश नदियां और नाले उफान पर हैं और प्रदेश के कुछ हिस्सों में निचले इलाकों में पानी भर गया है। इसी बीच, मध्य प्रदेश जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता कमलेश रैकवार ने बताया कि प्रदेश में बहने वाली नर्मदा सहित कोई भी नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 14 बड़े और मझोले बांधों के फाटक खोल दिए गए हैं और लबालब हुए इन बांधों से पानी की निकासी की जा रही है। जिन बांधों के फाटक खोले गये हैं, उनमें इंदिरा सागर बांध भी शामिल है।