Raja Pateriya Arrest News: एमपी पुलिस ने पूर्व मंत्री राजा पटैरिया को गिरफ्तार कर लिया है। उनके दमोह स्थित आवास से पन्ना पुलिस ने उन्हें सुबह में गिरफ्तार किया है। पटैरिया ने पीएम मोदी की हत्या के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तैयार रहने कहा था।
दमोह: एमपी पुलिस ने पूर्व मंत्री राजा पटैरिया (Raja pateriya arrest news) को दमोह से गिरफ्तार किया है। पटैरिया ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कहते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री की हत्या के लिए तैयार रहो। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एमपी में भूचाल आ गया था। इसके बाद बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोल दिया था। साथ ही पटैरिया पर एनएसए लगाने की मांग कर रहे हैं। पटैरिया के विवादित बयान पर पन्ना में केस दर्ज हुआ था। अब पन्ना पुलिस ने पूर्व मंत्री राजा पटैरिया को दमोह स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले में पूछताछ कर रही है।
पटैरिया ने दी थी सफाई
वहीं, विवाद बढ़ने के बाद पूर्व मंत्री राजा पटैरिया ने सफाई दी थी। उन्होंने कहा कि हत्या का मतलब है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव में हराना। मैं गांधीवादी विचारधारा का व्यक्ति हूं, किसी की हत्या की बात नहीं सोच सकता हूं। मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है। सफाई के बाद भी बीजेपी लगातार कार्रवाई की मांग कर रही थी।
एमपी सरकार ने दर्ज कराया था केस
पटैरिया के बयान आने के बाद एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद एमपी पुलिस ने पटैरिया के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज हुआ था। बीजेपी मांग कर रही थी कि पटैरिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। हालांकि कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं ने पटैरिया के बयान से खुद को किनारे कर लिया था। बीजेपी पूरे प्रदेश में पटैरिया के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी। अब पटैरिया सलाखों के पीछे हैं।
क्या कहा था पटैरिया ने
दरअसल, पूर्व मंत्री राजा पटैरिया ने पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि मोदी चुनाव खत्म कर देंगे, मोदी भारत को धर्म, जाति, भाषा के आधार पर विभाजित करेंगे, दलितों, आदिवासियों का जीवन और अल्पसंख्यक खतरे में हैं, अगर संविधान को बचाना है तो मोदी को मारने के लिए तैयार रहें। बाद में उसी वीडियो में, कांग्रेस नेता ने दावा किया कि उनके भाषण में हत्या शब्द का अर्थ हार है। उन्होंने कहा कि वह महात्मा गांधी की अहिंसा की विचारधारा का पालन करते हैं, और उनका मतलब था कि अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए पीएम मोदी को चुनावी रूप से हराना आवश्यक है।