Rajasthan MLA's son shows grandpa at toll plaza

राजस्थान के विधायक के बेटे ने टोल प्लाज़ा पर दिखाई दादागिरी

गाडी पर विधायक ,लिख कर सोलन के टोल प्लाज़ा में ,व्यक्ति ने  जम कर  दादागिरी  दिखाई।  टोल प्लाज़ा पर  ,पहले तो टोल नहीं दिया ,और फिर जब उसे रोका गया तो, वह गाली गलौच पर उतर आया।  कुछ देर में टोल प्लाज़ा पर, तैनात कर्मचारी को, मारने लग गया। जिसके चलते, टोल प्लाज़ा , कर्मचारी भी तैश में आ गया।  वह भी डंडा ले कर आया ,और उसने भी गाडी पर ,डंडा दे मारा।   वहां मौजूद ,अन्य कर्मचारियों ने भी ,स्थिति को संभालने की बेहद कोशिश की।  लेकिन विधायक  के  बेटे पर तो, वीआईपी होने का नशा सवार था।  वह शांत नहीं बैठा, और बहस बाजी करता रहा।

इस घटना की सूचना ,पुलिस को लगी तो ,वह मौके पर पहुंची ,और जांच शुरू कर दी।  सूत्रों की माने तो पुलिस ने, विधायक की गाडी को,  कुछ देर बाद छोड़ दिया ,और टोल प्लाज़ा , कर्मी   को ,काफी समय तक परवाणु थाने में बिठा कर रखा गया ,और  काफी देर  बाद उसे छोड़ा गया। 

चंद रुपयों के चलते ,विधायक के बेटे ने ,टोल प्लाज़ा पर ,जम कर हंगामा किया ,और उस पर ,कोई सख्त कार्रवाई भी नहीं हुई।  विधायक के बेटे ने ,हिमाचल के शांत वातावरण में, अशांति फैलाई और यहाँ से, चलता बना।  जिस पर  टोल प्लाज़ा के कर्मचारी ,सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे।  हम यह नहीं कहते कि, टोल प्लाज़ा कर्मी  ,बिलकुल ठीक था।  उसके साथ ,अगर कुछ गलत हुआ था, तो उसे, उसकी शिकायत पुलिस में, करनी चाहिए थी ,डंडा उठा कर क़ानून ,को हाथ में नहीं लेना चाहिए था। लेकिन दूसरी तरफ, जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश है कि ,गाडी पर कोई पद नहीं ,लिखवा सकता तो ,विधायक की गाडी पर ,बड़ा बड़ा विधायक क्यों लिखा हुआ था। उसने टोल टैक्स पर, हुडदंग किया तो ,उस पर सख्त कार्रवाई कर ,उसे नसीहत दी जानी चाहिए थी।