भारत लोक शिक्षा परिषद के सौजन्य से राजगढ़ ब्लाॅक के नईनेटी में एक दिवसीय संच सम्मलेन का आयोजन किया गया, जिसमें संच शीलाबाग और सनौरा के अंतर्गत आने वाले 60 एकल विद्यालयों के 120 बच्चों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ कसुपंटी कांग्रेस के पूर्व मंडल अध्यक्ष अतर सिंह ठाकुर ने किया, जबकि समापन अवसर पर अरूण चौहान ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
अतर सिंह ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों को संस्कारित बनाने में एकल विद्यालयों द्वारा अहम भूमिका निभाई जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत लोक शिक्षा परिषद द्वारा जिस प्रकार गांव-गांव में एकल विद्यालय खोलकर बच्चों व अभिभावकों को विभिन्न विषयों बारे जागरूक किया जा रहा है वह एक सराहनीय कदम है। साथ ही इसे भविष्य में भी बनाए रखा जाए।
संच प्रमुख मीरा ने बताया कि गांव-गांव में एकल विद्यालय खोलने का पंचमुखी उद्देश्य है, जिसमें सबसे प्रमुख उद्देश्य बच्चों को सुसंस्कारित बनाना है ताकि वह देश व समाज के सच्चे नागरिक बन सके। इसके अतिरिक्त चार अन्य उद्देश्य में प्राथमिक शिक्षा, आरोग्य, ग्राम स्वाभिमान जागरण और ग्राम उत्थान है। उन्होने बताया कि संच शीलाबाग और सनौरा के अधीन तीस-तीस एकल विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि अरुण चौहान ने एकल विद्यालय पर अपने विचार रखे। सम्मेलन के सफल आयोजन पर संच प्रमुखों को बधाई दी। उन्होने सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह भी वितरित किए। इस अवसर पर अरुण चौहान ने 11 हजार, सेवानिवृत सेना के जवान विद्यानंद ने 8100 रुपये व अतर सिंह ठाकुर और उप प्रधान नेई नेटी अजय कंवर ने 11-11 सौ रुपये एकल विद्यालय के बच्चों को प्रदान किए।
इस मौके पर एकल विद्यालय के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करके श्रोतागणों को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम में स्थानीय स्कूल के हैडमास्टर सत्येन्द्र कंवर, उप प्रधान अजय कंवर व बाबूराम कश्यप सहित एकल विद्यालयों की शिक्षिकाएं मौजूद रही।