Rajinikanth Birthday: रजनीकांत ने कैसे सीखा सिगरेट उछालकर पीना? दोस्‍त ने सुनाया घंटों की मेहनत का किस्‍सा

साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत सोमवार को 72 साल के हो गए। कोझिकोड के जेम्स उनके साथ उनकी क्लास में थे, जब वो एक्टिंग सीख रहे थे। जेम्स ने बताया कि कैसे रजनीकांत संस्थान में अपने दिनों के दौरान एक्टिंग और फिल्मों के लिए कितने भावुक और समर्पित थे।

हर साल 12 दिसंबर को तमिल सुपरस्टार रजनीकांत के फैंस और परिवार उनका जन्मदिन सबसे यादगार तरीके से मनाते हैं। रजनीकांत के बर्थडे का दिन उनके फैंस के लिए बहुत खास होता है। इस दिन पूरा देश बस अपने थलाइवा को विश कर रहा है और उनकी लंबी उम्र की दुआ मांग रहा है। लेकिन के सी जेम्स के लिए यह वह दिन है जब वह अपने साथ के स्टूडेंट शिवाजी राव गायकवाड़ का जन्मदिन मनाते हैं। जैसा कि सुपरस्टार रजनीकांत सोमवार को 72 साल के हो गए, 1974-75 के दौरान मद्रास में दक्षिण भारतीय फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स में उनके सहपाठी जेम्स याद करते हैं कि रजनीकांत संस्थान में अपने दिनों के दौरान एक्टिंग और फिल्मों के लिए कितने भावुक और समर्पित थे।

रजनीकांत को इस कदर जानते हैं जेम्स

जेम्स (K C James) से जब ये पूछा गया कि जब वह रजनीकांत (Rajinikanth) के बारे में सोचते हैं, तो उनके दिमाग में सबसे पहले क्या आता है और वह जवाब देते हैं, ‘निश्चित रूप से उनकी भाषा। उनका चलना और व्यवहार कुछ ऐसा है, जिसे उन्होंने बनाया है। जब हम अपनी क्लासेज के बाद बाहर घूमने में बिजी थे, तो संस्थान में वापस आने वाले एकमात्र इंसान रजनीकांत थे। हम उन्हें उनके चलने सहित कई भाषाओं की प्रैक्टिस करते हुए देख सकते थे, जिसने उन्हें सबसे अलग बना दिया।’ चेवयूर के मूल निवासी जेम्स ने लगभग 12 फिल्मों में काम किया है।

सिग्नेचर फ्लिप के लिए घंटों प्रैक्टिस

जेम्स ने आगे कहा, ‘रजनीकांत का सिग्नेचर फ्लिप, जो हम उनकी फिल्मों में देखते हैं, वह घंटों प्रैक्टिस का नतीजा है। जब भी हम बाहर जाते थे, वह एक सिगरेट खरीदकर प्रैक्टिस करते थे। जब हम सभी ने नैचुरल एक्टिंग सीखने पर ध्यान दिया, तो रजनी ने भाषा के हिसाब से एक्टिंग के महत्व के बारे में बात की।’ जेम्स और रजनीकांत संस्थान के पहले बैच के छात्रों में से थे। वे सिर्फ स्टूडेंट ही नहीं थे बल्कि मद्रास के एक ही होटल में ठहरे भी थे।

अंग्रेजी में रजनीकांत की तेज पकड़

अंग्रेजी में रजनी की भाषा के बारे में बात करते हुए जेम्स ने कहा, ‘हमारे फिल्म सिलेबस के हिस्से के रूप में हमें अंग्रेजी और अन्य विदेशी भाषा की फिल्में देखनी थीं। इन फिल्मों को देखने के लिए हमें अमेरिका के स्टूडियो और रूसी संस्कृति केंद्र से भी मुफ्त टिकट मिलते थे। जब हमें अगले दिन फिल्म का रिव्यू करने के लिए कहा जाता था, तो केवल रजनीकांत ही इन फिल्मों में एक्टर्स का रिव्यू प्रस्तुत करते थे। वह अंग्रेजी में ऐसा करते थे और उनके उच्चारण ने हमें मंत्रमुग्ध कर दिया था।’

जेम्स को बधाई देने कमरे में पहुंचे रजनीकांत

1975 में जब जेम्स को ए विंसेंट की ‘प्रियम उल्ला सोफिया’ में पहला रोल मिला, तो रजनीकांत पहले इंसान थे जो उन्हें बधाई देने के लिए जेमिनी स्टूडियो के पास उनके कमरे में गए। एक साल बाद रजनीकांत को तमिल फिल्मों में भूमिकाएं मिलनी शुरू हुईं और बहुत ही कम समय में वह बहुत व्यस्त हो गए। जेम्स ने कहा, ‘चार साल पहले, अब बंद हो चुके फिल्म संस्थान ने चेन्नई में एक सभा का आयोजन किया था। हालांकि संस्थान के टीचर्स ने रजनीकांत को इनवाइट किया था लेकिन दुबई में होने के कारण वह आ नहीं सके। लेकिन उन्होंने आयोजकों को फोन किया था।’

जेम्स ने इन फिल्मों में किया काम

जेम्स, जिन्होंने एक तमिल फिल्म और 11 मलयालम फिल्मों में अभिनय किया है, ने 1982 में लीड रोल में प्रेम नसीर के साथ एक फिल्म ‘थिदम्बू’ का निर्देशन भी किया था। फिलहाल जेम्स फिल्म इंडस्ट्री में वापसी करने की कोशिश कर रहे हैं।