शिमला, 07 अक्टूबर : हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सांसद डॉक्टर सिकंदर कुमार को संसद द्वारा पुनर्गठित की गई शिक्षा, महिला, बाल, युवा एवं खेल संसदीय स्थायी समिति के सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
यह संसदीय समिति भारत सरकार के तीन महत्वपूर्ण मंत्रालय की संयुक्त समिति है। केंद्रीय नेतृत्व ने डॉक्टर सिकंदर को उनके पहले ही संसदीय कार्यकाल में यह महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा है।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के कुलपति रहे डॉक्टर सिकंदर कुमार इसी साल मार्च माह में राज्यसभा सांसद निर्वाचित हुए थे। डॉक्टर सिकंदर कुमार को हिमाचल प्रदेश में भी महत्वपूर्ण संगठनात्मक दायित्व मिल चुका है। हिमाचल प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा ने डॉक्टर सिकंदर कुमार को स्वर्णिम दृष्टिपत्र समिति का अध्यक्ष बनाया है। हमीरपुर जिला के नादौन विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले डॉक्टर सिकंदर कुमार प्रदेश भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
डॉक्टर सिकंदर ने उन्हें शिक्षा, महिला, बाल, युवा एवं खेल संसदीय स्थायी समिति का सदस्य नामित करने पर राज्यसभा के सभापति व भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का धन्यवाद किया है। उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताते हुए कहा है कि वह इस दायित्व को सफलतापूर्वक निभाने की पुरजोर कोशिश करेंगे।
उन्होंने कहा कि संसद में एक स्थायी समिति सांसदों की एक समिति होती है, जो संसद के कार्य संचालन के नियमों के प्रावधानों के अनुसार गठित की जाती है और प्रत्येक स्थायी समिति के कार्यों में लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा और मतदान से पहले संबंधित मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर विचार करना आवश्यक है।