सीयू में राज्यसभा सांसद ने किया डॉ.अंबेदकर उत्कृष्टता केंद्र का शुभारंभ

सीयू में राज्यसभा सांसद ने किया डॉ.अंबेदकर उत्कृष्टता केंद्र का शुभारंभ

हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में स्थापित डॉ. अंबेदकर उत्कृष्टता केंद्र का राज्यसभा सांसदइंदु गोस्वामी ने गुरूवार को शुभारंभ किया। सीयू में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय व डा. अंबेदकर फाउंडेशन के सहयोग से स्थापित डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र में अनुसूचित जाति के एक सौ अभ्यर्थियों को यूपीएससी की परीक्षा के लिए निशुल्क कोचिंग प्रदान की जा रही है।

राज्यसभा सांसद इंदू गोस्वामी ने कहा कि डा. अंबेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए देश भर के कुल 31 विश्वविद्यालयों को चुना गया है, जिसमें दिल्ली सहित कई बड़े शहरों के विवि शामिल हैं। लेकिन इसमें खुशी व गर्व की बात है कि हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विवि को भी सेंटर के लिए चुना गया है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के विजन के तहत देश भर में एक सौ के करीब एक्सीलेंस सेंटर शुरू किए गए हैं। जिसमें देश के अनुसूचित जाति के बच्चों को उच्च शिक्षा व अच्छी नौकरियों में आगे ले जाने के लिए यह अहम कड़ी साबित होंगे।

उन्होंने कहा कि कई परिवारों को आर्थिक परेशानियों के कारण आईएएस व आईपीएस बनने का जज्बा होने के बावजूद उन्हें सही मौका नहीं मिल पाता। बच्चों को प्रशिक्षण ही नहीं मिल पाता, अपने स्तर पर कोचिगं लेने के लिए बाहरी राज्यों में पहुंचकर लाखों रुपए खर्च करने पड़ते हैं, लेकिन यंहा अब केंद्र सरकार ने बड़ी सुविधा प्रदान की है।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कांगड़ा के अतिरिक्त उपायुक्त गंधर्वा राठौड़ मौजूद रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता विवि के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने की। उन्होंने बताया कि निशुल्क कोचिंग हासिल करने वाले विद्यार्थियों को प्रदेश के युवा अधिकारियों से भी मिलवाया जाएगा, जिससे उनका उत्साहवर्धन हो। वह अधिकारी अपने अनुभव विद्यार्थियों के साथ शेयर कर पाएंगे। जिससे वह अपने आप को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार कर सकें।

यह केंद्र सरकार का बहुत अच्छा प्रयास है। विवि को यह मौका मिला है, तो पूरा प्रयास रहेगा कि विद्यार्थी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार हों। विवि में ही बच्चों को किताबें, इंटरनेट और लाइब्रेरी की सुविधा मिलेगी। केंद्र सरकार इसका वहन करेगी, जिसके लिए प्रत्येक वर्ष 75 लाख का बजट डा. अंबेडकर भवन के लिए प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस केंद्र में एक सौ विद्यार्थियों को कोचिंग दी जाएगी। विवि ने कोचिंग को लेकर पूरा केलेंडर तैयार कर रखा है। अगले साल लगभग सितंबर माह तक कोचिंग का एक साल पूरा हो जाएगा। तीन प्राध्यापकों की व्यवस्था केंद्र की ओर से की गई है।