अक्सर अपने बयानों और टिप्पणियों को लेकर विवादों में रहने वाले मशहूर फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। फिल्ममेकर इस बार अपने एक ट्वीट को लेकर कानूनी पचड़ों में फंस गए हैं। दरअसल, वर्मा ने हाल ही में एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित की गईं द्रौपदी मुर्मू पर एक विवादास्पद ट्वीट किया। अब अपने ट्वीट को लेकर फिल्ममेकर फंसते नजर आ रहे हैं। वर्मा के इस बयान पर भाजपा नेताओं ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी है।
रंगीला’ और ‘सत्या’ जैसी फिल्मों का निर्देशन करने वाले राम गोपाल वर्मा ने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “अगर द्रौपदी राष्ट्रपति हैं तो पांडव कौन हैं? और उससे भी ज्यादा जरुरी ये है कि कौरव कौन हैं?” उनके इस ट्वीट के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर भी अब नेताओं के साथ -साथ जनता ने भी उन्हें आड़े हाथों लिया लेना शुरू कर दिया और इसे मामले में आपत्ति दर्ज करवाई।
इस मामले में भाजपा नेता गुडूर रेड्डी और टी. नंदेश्वर गौड़ ने हैदराबाद के एबिड्स पुलिस स्टेशन में राम गोपाल वर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने वर्मा पर एनडीए की राष्ट्रपति पद उम्मीदवार मुर्मू पर अपमानजनक टिप्पणी का आरोप लगाया है। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश भाजपा के प्रमुख सोमू वीरराजू ने भी राम गोपाल वर्मा के इस ट्वीट की तीखी आलोचना करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की। वहीं, इस मामले में वर्मा के खिलाफ एस.सी./एस.टी एक्ट के अंतर्गत शिकायत दर्ज हो सकती है।
बीते दिनों किए गए अपने इस ट्वीट पर हुए विवाद के बाद अब शुक्रवार को राम गोपाल वर्मा ने इस पूरे मामले में अपनी सफाई दी है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “यह पुरी ईमानदारी से विडंबना के तौर पर कहा गया है और इसका कोई अन्य मकसद नहीं है। द्रौपदी महाभारत में मेरा पंसदीदा किरदार है लेकिन चूंकि यह नाम बहुत रेयर है, मुझे इससे जुड़े किरदार याद आ गए और मैंने यही जताया। मेरा इदारा किसी की भी भावनाओं को आहत करने का नहीं है।”