ध्वस्त हुए ट्विन टावरों (Twin Towers) की जगह क्या बनेगा? यह सवाल हर किसी के मन में है। इस तरह की खबरें हैं कि यहां भव्य रामलला मंदिर (Ram Mandir) बन सकता है। इसमें भोलेनाथ (Bholenath) के अलावा अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियों को स्थापित किया जाएगा। बच्चों का पार्क (Children Park) बनने की बात भी सामने आई है। दूसरी तरह सुपरटेक (Supertech) का कुछ और ही कहना है।
नई दिल्ली: नोएडा के ट्विन टावर (Twin Tower) ध्वस्त हो चुके हैं। इसके बाद लोगों के मन में सवाल है। वह यह है कि जमींदोज हुए टावरों की जगह क्या बनेगा। इसे लेकर अटकलों और दावों का बाजार गरम हो गया है। ऐसी खबरें हैं कि यहां पर भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा। इस मंदिर में रामलला और भोलेनाथ के अलावा अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियों को स्थापित किया जाएगा। बच्चों के खेलने के लिए बड़ा पार्क बनवाए जाने की भी चर्चा है। इसके उलट सुपरटेक (Supertech) का कुछ और ही कहना है। कंपनी ने कहा है कि नोएडा के जिन टावरों को 28 अगस्त के दिन गिराया गया था वो उसके थे। इस जमीन का दूसरा रिहायशी प्रोजेक्ट बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) और एमराल्ड कोर्ट के घर खरीदारों से मंजूरी ली जाएगी। ऐसे में उलझन का बढ़ना लाजिमी है।
खबरों के अनुसार, गुरुवार को आरडब्ल्यूए (RWA) की मीटिंग हुई थी। इसमें फैसला लिया गया कि ध्वस्त हुए टावरों की जगह पर राम मंदिर (Ram Mandir Nirman) का निर्माण होगा। इसमें रामलला और भोलेनाथ को विराजमान किया जाएगा। इसके अलावा बच्चों के खेलने के लिए एक बड़ा पार्क बनाया जाएगा। बताया गया है कि सभी सोसाइटी वालों की यही मर्जी है।
हालांकि, इसमें पेंच है। वह यह है कि अभी तक सुपरटेक के एमराल्ड टावर का हैंडओवर सोसाइटी को नहीं हुआ है। यानी मालिकाना हक बिल्डर का है। अगर बिल्डर वहां पर किसी तरीके का कोई भी कंस्ट्रक्शन करता है तो उसे दो तिहाई सोसाइटी वालों की सहमति लेनी होगी। यह अलग बात है कि आरडब्ल्यूए के लोगों का कहना है कि सोसाइटी वाले उसके साथ हैं।
इसके उलट सुपरटेक लिमिटेड के सीएमडी आरके अरोड़ा ने कहा कि नोएडा में ट्विन टावर एपेक्स और सेयान एमराल्ड कोर्ट परियोजना का हिस्सा थे। इन्हें नोएडा प्राधिकरण की ओर से आवंटित भूमि पर सेक्टर 93ए में बनवाया गया था। अरोड़ा के मुताबिक, कंपनी अब भूमि का इस्तेमाल करेगी। अथॉरिटी और आरडब्ल्यूए की मंजूरी के साथ इसका इस्तेमाल किया जाएगा। ट्विन टावर के 95 फीसदी घर खरीदारों को रिफंड कर दिया गया है।